एमपी पुलिस परीक्षा घोटाला: ग्वालियर-चंबल में नकल माफिया एक्टिव, साल्वर गैंग पर बड़ा खुलासा

एमपी पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा 2023 अब एक बड़े घोटाले का रूप ले चुकी है। पुलिस जांच में पता चला कि ग्वालियर-चंबल क्षेत्र में सक्रिय कई गिरोहों ने इस परीक्षा को ठगी का माध्यम बना लिया था।

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Sandeep Kumar
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MP News: मध्य प्रदेश पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा 2023 में बड़े घोटाला का खुलासा हुआ है। ग्वालियर-चंबल क्षेत्र के तीन से चार गिरोह साल्वर के जरिए परीक्षा दिलवा रहे थे। अब तक 22 एफआईआर दर्ज की गई हैं और 24 आरोपी गिरफ्तार हुए हैं, जिनमें चार साल्वर हैं। कुछ साल्वर विमान से परीक्षा देने आते थे। अभ्यर्थियों के आधार कार्ड का बायोमैट्रिक डेटा बदलकर साल्वर को भेजा जाता था। 

श्योपुर में दो मुख्य आरोपी सरकारी कर्मचारी हैं, एक रेलवे में और दूसरा शिक्षक है। गिरोह उम्मीदवारों से 10-12 लाख रुपए लेते थे, जिनमें से 3-4 लाख साल्वर को दिए जाते थे। बिहार का एक शिक्षक, रंजन कुमार, गिरफ्तार हो चुका है। फरार अमिताभ पर 10 हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया है।

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फरार आरोपी पर इनाम

मुख्य आरोपी अमिताभ रावत अभी फरार है और उस पर 10 हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया है। पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए कई ठिकानों पर दबिश दे रही है। राज्य पुलिस की साइबर सेल भी तकनीकी साक्ष्यों को खंगाल रही है, ताकि इस घोटाले की पूरी श्रृंखला को उजागर किया जा सके।

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बायोमैट्रिक से की गई छेड़छाड़

पुलिस सूत्रों के अनुसार, गिरोह का कामकाज शातिर था। सबसे पहले अभ्यर्थियों के आधार कार्ड में बदलाव करके उनके बायोमैट्रिक डेटा को साल्वर के साथ जोड़ दिया जाता था। परीक्षा केंद्रों पर साल्वर असली अभ्यर्थी बनकर परीक्षा देते थे। पुलिस अब सीसीटीवी फुटेज और वीडियो रिकॉर्डिंग से फरार आरोपियों की तलाश कर रही है।

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फ्लाइट से आते थे साल्वर

चौंकाने वाली बात यह है कि गिरफ्तार साल्वर न केवल मध्य प्रदेश, बल्कि अन्य राज्यों की सरकारी परीक्षाओं में भी फर्जी तरीके से शामिल हो रहे थे। एक साल्वर हवाई जहाज से परीक्षा देने आता-जाता था। यह दर्शाता है कि यह गिरोह एक अंतरराज्यीय नेटवर्क के रूप में काम कर रहा था।

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सरकारी कर्मचारी निकले मास्टरमाइंड

श्योपुर में पुलिस को जानकारी मिली कि गिरोह के कुछ प्रमुख आरोपी सरकारी सेवा में कार्यरत हैं। रेलवे में कार्यरत श्याम सिंह और सरकारी शिक्षक अमिताभ रावत मुरैना जिले के निवासी हैं। उन्होंने अभ्यर्थियों से 10-12 लाख रुपए लेकर साल्वर को 3-4 लाख में परीक्षा दिलवाई। अब उनकी अवैध संपत्ति जब्त करने की कार्रवाई की जा रही है।

बिहार से जुड़ा कनेक्शन

गिरफ्तार आरोपियों में बिहार का सरकारी शिक्षक रंजन कुमार भी शामिल है। पूछताछ में उसने बताया कि वह अब तक 10 परीक्षाएं दे चुका है। उसे प्रति परीक्षा 25,000 रुपए मिलते थे, लेकिन बाद में मुख्य आरोपी अमिताभ ने उसे ब्लॉक कर दिया। रंजन ने अमिताभ के साले अवधेश और दो चचेरे भाइयों की भी जगह परीक्षा दी थी, जिन्हें अब आरोपी बनाया जाएगा।

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