शादी के 5 साल बाद गर्भवती हुई महिला ने एकसाथ दिया 4 नवजात को जन्म, डॉक्टर्स ने सभी को बचाया

भोपाल के एक अस्पताल में महिला ने समयपूर्व चार नवजात को जन्म दिया। नवजातों का जन्म समय से पहले हुआ है।  सरकारी अस्पताल की टीम ने नवजातों को नई जिंदगी दी। 

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Sandeep Kumar
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MP News: भोपाल स्थित डॉ. कैलाशनाथ काटजू अस्पताल में ज्योति नाम की महिला ने चार बच्चों को जन्म दिया। 9 अप्रैल को हुए प्रसव में बच्चों ने सातवें माह में समय से पहले जन्म लिया है। दरअसल सभी बच्चों का वजन बहुत कम था और स्थिति गंभीर थी। अस्पताल की विशेषज्ञ टीम ने सभी नवजातों को सी-पैप और सर्फेक्टेंट थेरेपी दी। यह इलाज सामान्यत: महंगा होता है, लेकिन यहां निशुल्क दिया गया। 9 जून को ज्योति और उसके चारों बच्चों को अस्पताल से छुट्टी मिल गई। 

ज्योति को मिली अनमोल खुशी

भोपाल की ज्योति विवाह के पांच साल बाद गर्भवती हुईं थीं। 9 अप्रैल को कैलाशनाथ काटजू अस्पताल में उनका प्रसव हुआ, जिसमें चार नवजातों ने जन्म लिया। यह डिलीवरी गर्भावस्था के सातवें माह में समय से पहले हुई। सभी बच्चों की हालत गंभीर थी और उनका वजन 1 किलोग्राम या उससे कम था, जो चिकित्सकीय दृष्टि से जोखिम भरा था।

 

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60 दिन की कठिन निगरानी

अस्पताल के डॉक्टर्स और नर्सिंग स्टाफ ने लगातार 60 दिनों तक इन बच्चों की गहन निगरानी की। पोषण, दवाओं और देखभाल की बारीकियों पर विशेष ध्यान दिया गया। न केवल तकनीकी कौशल, बल्कि मानवीय संवेदना ने भी इस चिकित्सा प्रक्रिया को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

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डॉक्टर्स टीम का समर्पण बना मिसाल

इस प्रक्रिया का नेतृत्व डॉ. रचना दुबे ने किया। उनके साथ डॉ. सुजाता जनवदे, डॉ. स्मिता सक्सेना, डॉ. ममता वर्मा, डॉ. प्रतिभा रैकवार, डॉ. अमित, डॉ. लोकनाथ, डॉ. निर्मला, डॉ. गरिमा और डॉ. राकेश जैसे समर्पित डॉक्टर्स ने योगदान दिया। अस्पताल का नर्सिंग स्टाफ भी इस प्रयास में महत्वपूर्ण भागीदार रहा।

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सी-पैप व सर्फेक्टेंट थेरेपी बनी जीवनदायिनी

नवजातों की गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें सी-पैप मशीन पर रखा गया और सर्फेक्टेंट थेरेपी दी गई। यह इलाज आमतौर पर निजी अस्पतालों में महंगा होता है, लेकिन कैलाशनाथ काटजू अस्पताल में इसे निःशुल्क दिया गया। यह न केवल आर्थिक राहत प्रदान करता है, बल्कि सामाजिक स्वास्थ्य सेवा का आदर्श उदाहरण भी है।

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 डॉ. कैलाशनाथ काटजू अस्पताल भोपाल | मध्य प्रदेश 

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