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mp-sahara-land-scam Photograph: (thesootr)
मध्यप्रदेश में सहारा समूह की बहुमूल्य जमीनों को सस्ते दामों में खरीदने और भुगतान में गड़बड़ी का मामला सामने आया है। पहले, भाजपा विधायक संजय पाठक के परिवार से जुड़ी कंपनियों ने भोपाल, जबलपुर और कटनी में सहारा की करोड़ों की जमीनें कम कीमत पर खरीदीं। इसी तरह, सागर में भी यही खेल खेला गया। यहां भी करोड़ों की जमीन को सस्ते दामों में बेचा गया। जमीन शराब करोबारी कमलेश बघेल को बेची गई है।
184 करोड़ कीमत वाली जमीन 14 करोड़ में बेची
सागर में नेशनल हाईवे-146 के किनारे स्थित 97 एकड़ जमीन को महज 14.18 करोड़ रुपए में बेचा गया। जिसकी कीमत सरकारी रेट के आधार पर 184 करोड़ रुपए बनती है। यह जमीन शिवांश डेवलपर्स के मालिक, राजनेता और शराब कारोबारी कमलेश बघेल और उनकी पत्नी प्रतिभा सिंह बघेल को बेची गई। जमीन सागर से 8 किमी दूर ग्राम लहदरा में स्थित है।
जमीनें बिक गईं, सेबी को नहीं दी जानकारी
मध्यप्रदेश में सहारा समूह की करोड़ों की संपत्तियां गुपचुप तरीके से बेची गईं। इन सौदों की जानकारी न तो भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) को दी गई और न ही इनसे प्राप्त पूरी रकम सेबी-सहारा संयुक्त खाते में जमा कराई गई। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, भोपाल, सागर और देवास में कुल 307 एकड़ जमीन के सौदे किए गए, जिनकी बाजार में कीमत लगभग 1,500 करोड़ रुपए थी। यह वही राशि थी, जो सहारा के निवेशकों को लौटाई जानी थी।
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क्या है मध्य प्रदेश में सहारा जमीन घोटाला
समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. मनोज यादव ने 15 जनवरी 2025 को प्रेस कॉन्फ्रेंस में भाजपा विधायक संजय पाठक पर सहारा समूह की जमीनों को सस्ते दामों में खरीदने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि भोपाल, जबलपुर और कटनी में 310 एकड़ जमीन, जिसकी बाजार कीमत करीब 1000 करोड़ रुपए थी, मात्र 90 करोड़ रुपए में खरीदी गई।
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यादव के अनुसार, सहारा समूह ने ये जमीनें सहारा सिटी प्रोजेक्ट के तहत निवेशकों के पैसे से खरीदी थीं। 2014 में सुप्रीम कोर्ट और सेबी ने संपत्तियों को बेचकर निवेशकों को पैसा लौटाने का आदेश दिया था। नियम के अनुसार, बिक्री से मिली रकम सेबी-सहारा रिफंड खाते में जानी चाहिए थी, लेकिन संजय पाठक ने इसका उल्लंघन कर प्रॉपर्टी अपने नाम करवा ली।
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