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मध्य प्रदेश के सरकारी स्कूलों में 9वीं से 12वीं तक की त्रैमासिक परीक्षा बोर्ड परीक्षाओं की तर्ज पर होगी। लोक शिक्षण विभाग ने परीक्षा की समय सारणी जारी की है। परीक्षा का रिजल्ट पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा। विभाग के दल परीक्षाओं का निरीक्षण करेंगे। इससे छात्रों को वार्षिक परीक्षा की तैयारी में मदद मिलेगी।
पहले सरकारी स्कूलों में कक्षा 9वीं से 12वीं तक की त्रैमासिक और छमाही परीक्षा का समय स्पष्ट नहीं था। इस बार ये परीक्षाएं बोर्ड परीक्षाओं की तर्ज पर कराई जाएंगी। संयुक्त संचालक शिक्षा और जिला शिक्षा अधिकारी दल का गठन करेंगे।
दल परीक्षाओं का निरीक्षण करेंगे और रिजल्ट पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा। लोक शिक्षण विभाग ने परीक्षाओं की समय सारणी जारी कर दी है। शिक्षा विभाग ने परीक्षाओं को सुचारू रूप से कराने के लिए दल गठित करना शुरू किया है।
परीक्षा का निरीक्षण करेंगे अधिकारी
पहली बार त्रैमासिक और छमाही परीक्षाओं का निरीक्षण संयुक्त संचालक शिक्षा और जिला शिक्षा अधिकारी करेंगे। ये दल परीक्षा प्रक्रिया की निगरानी करेंगे। प्रत्येक दल एक दिन में 10 स्कूलों का निरीक्षण करेगा। इस कदम से परीक्षा में पारदर्शिता आएगी और छात्रों को सही माहौल मिलेगा।
प्रश्न पत्र और परिणाम प्रणाली में बदलाव
अब तक स्कूल अपने स्तर पर प्रश्न पत्र तैयार करते थे और परिणाम पोर्टल पर अपलोड नहीं किया जाता था। अब लोक शिक्षण विभाग प्रश्न पत्र तैयार करेगा, जो परीक्षा के दिन पोर्टल पर उपलब्ध होगा। इससे छात्रों को समय पर प्रश्न पत्र मिलेगा और गड़बड़ी से बचाव होगा। परिणाम 20 सितंबर तक पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा, जिससे छात्रों को जल्दी परिणाम मिल सकेगा।
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कक्षा 9वीं से 12वीं तक की परीक्षा की तैयारी
ग्वालियर के जिला शिक्षा अधिकारी हरिओम चतुर्वेदी ने बताया कि लोक शिक्षण विभाग ने कक्षा 9वीं से 12वीं तक की त्रैमासिक परीक्षा 28 अगस्त से 9 सितंबर तक आयोजित करने का निर्णय लिया है। विभाग ने स्कूलों को परीक्षा सही तरीके से आयोजित करने के निर्देश दिए हैं। सभी स्कूलों में परीक्षाओं की तैयारी हो रही है और विभाग के दल इस प्रक्रिया की निगरानी करेंगे। यह सुनिश्चित करने के लिए कि परीक्षा में कोई समस्या उत्पन्न न हो।
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क्यों किया गया यह बदलाव ?
विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इस बदलाव का उद्देश्य छात्रों और शिक्षकों को परीक्षा की गंभीरता समझाना है। बोर्ड स्तर पर परीक्षा आयोजित होने से छात्रों को वार्षिक परीक्षा की तैयारी में मदद मिलेगी। इस कदम से छात्रों को बेहतर परीक्षा अनुभव मिलेगा और उनका आत्मविश्वास बढ़ेगा।
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