सोमवार को मध्यप्रदेश की राजधानी Bhopal के रात के तापमान में लगभग आधा डिग्री की गिरावट दर्ज की गई। वहीं पचमढ़ी में सीजन का सबसे कम न्यूनतम तापमान 10.6 डिग्री रहा, जो प्रदेश में सबसे कम है। आपको बता दें कि भोपाल का न्यूनतम तापमान 14.8 डिग्री रहा, जो सामान्य से 1.5 डिग्री कम है। जानकारी के अनुसार इस सीजन में पहली बार भोपाल का पारा 15 डिग्री सेल्सियस से नीचे गया है।
मौसम में बदलाव की संभावना नहीं
मौसम विभाग के अनुसार, फिलहाल मौसम में बड़े बदलाव की उम्मीद नहीं है। मौसम विशेषज्ञ ए.के. शुक्ला ने बताया कि पूर्वी और उत्तर-पूर्वी हवाओं के प्रभाव से तापमान में वृद्धि हुई थी, जो अब कम होना शुरू हो गया है। आने वाले दिनों में हवाओं के बदलाव से तापमान में फिर गिरावट आ सकती है।
बंगाल की खाड़ी में बनेगा लो प्रेशर एरिया
दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में साइक्लोनिक सर्कुलेशन बनने से मंगलवार तक लो प्रेशर एरिया बनने की संभावना है, जो तमिलनाडु के आस-पास अधिक असर डालेगा। इसका प्रभाव मध्य प्रदेश के कुछ जिलों में तापमान में मामूली वृद्धि के रूप में देखने को मिल सकता है, जो जल्द ही कम हो जाएगी।
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इन जिलों में तापमान 15 डिग्री तक पहुंचा
मंडला, बैतूल, भोपाल, छिंदवाड़ा, जबलपुर, टीकमगढ़, उमरिया, मलाजखंड, रायसेन और राजगढ़ जिलों में न्यूनतम तापमान 13 से 15 डिग्री के बीच रहा, जिससे इन क्षेत्रों में अधिक धुंध देखी गई। भोपाल, नौगांव, खजुराहो, रीवा, सागर, ग्वालियर और इंदौर में विजिबिलिटी 1500 मीटर तक रही, जबकि नर्मदापुरम में दृश्यता सबसे कम, 1000 मीटर तक दर्ज की गई।
अधिकांश शहरों में पारा 20 डिग्री से नीचे
सोमवार को सागर में रात का तापमान प्रदेश में सबसे अधिक 19.9 डिग्री रहा। नरसिंहपुर में 19.4 डिग्री दर्ज किया गया। अन्य शहरों जैसे सतना, दमोह, खजुराहो, धार, गुना, ग्वालियर, नर्मदापुरम, इंदौर, खंडवा, खरगोन और रतलाम में रात का तापमान 17 से 18 डिग्री के बीच रहा।
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इन जिलों में कड़ाके की ठंड की संभावना
इस साल सागर संभाग के निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर और पन्ना, रीवा संभाग के मऊगंज, सीधी और सिंगरौली, जबलपुर संभाग के मंडला और डिंडोरी, इंदौर संभाग के झाबुआ, इंदौर और धार के उत्तरी हिस्सों, और पूरे ग्वालियर-चंबल संभाग में ठंड की तीव्रता अधिक रहने की संभावना है।
इस साल पिछले वर्षों से अधिक ठंड का अनुमान
मौसम वैज्ञानिकों ने बताया कि 2021 और 2022 में दिसंबर और जनवरी के महीने में सबसे ज्यादा ठंड पड़ी थी। हालांकि, पिछले साल ठंड देरी से शुरू हुई थी। इस बार दिसंबर के आखिरी सप्ताह से ठंड शुरू होने की उम्मीद है, और जनवरी 2024 में पिछली बार से अधिक ठंड पड़ सकती है।
नवंबर में सामान्य से अधिक तापमान की संभावना
मौसम विज्ञानी वेद प्रकाश सिंह के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में नार्थ-ईस्ट मानसून का असर हो रहा है, जिससे सिस्टम न्यूट्रल बना हुआ है और ठंड में गिरावट नहीं हो रही। इसी वजह से नवंबर में तापमान सामान्य से ज्यादा रहने की संभावना है। मध्यप्रदेश में अच्छी ठंड का अनुभव दिसंबर की शुरुआत से होगा।
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