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Photograph: (The Sootr)
MP Weather Report :मध्यप्रदेश में पिछले 24 घंटों के दौरान रीवा और जबलपुर संभागों के जिलों में कहीं-कहीं हल्की वर्षा दर्ज की गई, जबकि शहडोल संभाग के कुछ स्थानों पर भी वर्षा हुई। अन्य सभी संभागों के जिलों में मौसम मुख्यतः सूखा ही रहा।
अधिकतम तापमान में अधिकांश संभागों के जिलों में कोई विशेष परिवर्तन नहीं हुआ। इंदौर, नर्मदापुरम, ग्वालियर, चंबल, रीवा, जबलपुर, शहडोल और सागर संभागों के जिलों में तापमान सामान्य से 3.0 से 4.4 डिग्री सेल्सियस तक कम रहा। वहीं, भोपाल और उज्जैन संभागों के जिलों में तापमान सामान्य से 2.3 से 3.0 डिग्री सेल्सियस तक नीचे रहे।
न्यूनतम तापमान में शहडोल संभाग के जिलों में 4.4°C तक गिरावट आई, जबकि रीवा संभाग के जिलों में यह 2.9°C तक गिरे। अन्य संभागों के जिलों में तापमान में खास बदलाव नहीं था।
भोपाल, इंदौर, उज्जैन और रीवा संभागों के जिलों में तापमान सामान्य से 3.4 से 4.3 डिग्री सेल्सियस तक कम रहे, जबकि ग्वालियर, चंबल, जबलपुर और सागर संभागों में यह सामान्य से 2.0 से 2.9 डिग्री सेल्सियस तक कम रहे। शेष संभागों के जिलों में मौसम सामान्य बना रहा।
मप्र का तापमान: पांच शहरों का मौसम
मौसम विभाग के मुताबिक, प्रदेश के पांच प्रमुख बड़े शहरों में रात के तापमान में गिरावट दर्ज की गई। इंदौर में 15.5 डिग्री, भोपाल में 18 डिग्री, उज्जैन में 18.5 डिग्री, ग्वालियर में 18.9 डिग्री और जबलपुर में रात का पारा 21 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
दूसरी तरफ, पचमढ़ी में दिन का तापमान 24.8 डिग्री तक आ गया। खजुराहो में 33.4 डिग्री, बड़वानी में 33.3 डिग्री, नरसिंहगढ़ में 32.1 डिग्री, रतलाम में 32.0 डिग्री और गुना में 31.7 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।
रविवार को प्रदेश में सबसे कम तापमान 14.0 डिग्री सेल्सियस इंदौर में रिकॉर्ड किया गया जबकि दिन का अधिकतम तापमान 32.5 डिग्री सेल्सियस नरसिंहगढ़ में दर्ज किया गया।
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मध्यप्रदेश का मानसून मीटर
मध्यप्रदेश में मानसून की वापसी की प्रक्रिया फिर से शुरू हो गई है। शुक्रवार को भोपाल, इंदौर, धार, बड़वानी, खरगोन, बुरहानपुर, खंडवा, हरदा, सीहोर, विदिशा, सागर, रायसेन, नर्मदापुरम, बैतूल समेत 40 से अधिक जिलों से मानसून वापस चला गया।
सिंगरौली, सीधी, शहडोल, उमरिया, अनूपपुर, डिंडौरी, मंडला, बालाघाट, जबलपुर, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा जैसे जिलों से अगले एक-दो दिनों में मानसून की वापसी होने की संभावना है। इससे पहले, ग्वालियर, श्योपुर, मुरैना, भिंड, दतिया, शिवपुरी, गुना, आगर-मालवा, नीमच, मंदसौर और रतलाम जैसे 12 जिलों से मानसून पूरी तरह से विदा हो चुका था।
मौसम विभाग के अनुसार, मध्यप्रदेश की औसत वार्षिक बारिश 37.3 इंच है, जबकि इस सीजन में अब तक 45.5 इंच बारिश हो चुकी है। यह कुल लक्ष्य को पार कर चुका है यानी अबतक 122 प्रतिशत बारिश हो चुकी है।
बता दें कि एमपी में अब तक 37.5 इंच पानी गिरना था। इसका मतलब है कि इस समय तक 8 इंच ज्यादा बारिश हो चुकी है। वहीं, पिछले मानसून सीजन में मध्य प्रदेश में औसत 44 इंच बारिश हुई थी।
रविवार को MP के बिजुरी में 27.2 मिमी, वेंकटनगर में 14.0 मिमी, कोतमा में 11.0 मिमी, माड़ा में 8.0 मिमी, बेनीबारी में 7.6 मिमी और डिंडोरी में 6.3 मिमी बारिश दर्ज की गई।
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एमपी का मौसम पूर्वानुमान
weather forecast : मौसम विभाग के अनुसार, मध्यप्रदेश के पूर्वी हिस्से में लोकल सिस्टम की सक्रियता के कारण बारिश की संभावना है। इस वजह से अगले चार दिनों तक मध्य प्रदेश में हल्की बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। सिवनी, मंडला, बालाघाट, अनूपपुर और डिंडौरी जिलों में बारिश हो सकती है। वहीं, प्रदेश के पश्चिमी हिस्से में ठंड का असर बना रहेगा।
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