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मध्य प्रदेश कर्मचारी चयन मंडल (MPESB) अब परीक्षाओं में फर्जीवाड़ा रोकने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) तकनीक का उपयोग करेगा। यह नई पहल पटवारी और शिक्षक भर्ती जैसी विवादास्पद परीक्षाओं के बाद लाई गई है। नई तकनीक परीक्षा प्रक्रिया को पारदर्शी और विवाद रहित बनाने के उद्देश्य से लागू की जा रही है।
AI तकनीक कैसे करेगी काम?
आवेदन पत्र स्कैनिंग
यह देखा जाएगा कि किसी विशेष परीक्षा केंद्र में असामान्य संख्या में आवेदन तो नहीं हुए।
फेस रिकग्निशन सिस्टम
परीक्षा के दौरान यह तकनीक सुनिश्चित करेगी कि परीक्षार्थी वही व्यक्ति है, जिसने आवेदन किया है।
सवाल हल करने का समय
AI सॉफ्टवेयर यह विश्लेषण करेगा कि किसी प्रश्न को हल करने में कितना समय लगा। असामान्य समय होने पर इसे
FAQ
संदिग्ध माना जाएगा।
परीक्षा प्रक्रिया में भी होगा बदलाव
तीन एजेंसियां
परीक्षा प्रक्रिया अब तीन एजेंसियों द्वारा संभाली जाएगी- एक परीक्षा संचालन, दूसरी प्रश्नपत्र निर्माण, और तीसरी AI मॉड्यूल का काम करेगी।
पांच मिनट पहले प्रश्नपत्र तैयार
परीक्षा शुरू होने से ठीक पांच मिनट पहले प्रश्नपत्र तैयार किया जाएगा।
लाइव निगरानी
परीक्षा केंद्रों की गतिविधियों पर हाईटेक कंट्रोल रूम से नजर रखी जाएगी।
डिजिटल सुरक्षा और पारदर्शिता
नई व्यवस्था के तहत हर अभ्यर्थी के डेटा का गहन विश्लेषण किया जाएगा। AI तकनीक परीक्षा संचालन की एजेंसियों की भी निगरानी करेगी और MPESB को रिपोर्ट भेजेगी।
FAQ
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