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हेमंत पटेल और श्वेता पटेल
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मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग (MPPSC) परीक्षा 2022 में नरसिंहपुर के एक भाई-बहन की जोड़ी ने शानदार सफलता हासिल कर मिसाल पेश की है। तेंदूखेड़ा क्षेत्र के राम खिरिया गांव के हेमंत पटेल और श्वेता पटेल ने एक साथ सफलता प्राप्त की और मध्यप्रदेश लेखा सेवा अधिकारी (Accounts Service Officer) के पद पर चयनित हुए। दोनों की सफलता ने उनके परिवार, गांव और जिले में खुशी की लहर दौड़ा दी है।
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खेती-बाड़ी के सहारे जीवन, लेकिन शिक्षा का सपना
हेमंत और श्वेता का परिवार खेती-बाड़ी पर निर्भर था, लेकिन माता-पिता ने अपने बच्चों की शिक्षा को प्राथमिकता दी। उनके परिवार में कोई भी अधिक पढ़ा-लिखा नहीं था, फिर भी उन्होंने दोनों को पढ़ने के लिए प्रेरित किया।
हेमंत पटेल बताते हैं:
"हमने कई असफलताओं का सामना किया, लेकिन कभी हार नहीं मानी। लगातार कोशिश करते रहे और आखिरकार सफलता मिल ही गई।"
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स्थानीय स्कूल से शुरू किया सफर
- श्वेता पटेल ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा स्थानीय सर्वोदय विद्यालय (Sarvodaya Vidyalaya) से प्राप्त की, जो एक हिंदी माध्यम स्कूल है।
- इसके बाद उन्होंने होम साइंस कॉलेज (Home Science College) से बीएससी (B.Sc.) की पढ़ाई पूरी की।
- उन्होंने पहली बार MPPSC परीक्षा दी और पहले ही प्रयास में सफलता हासिल की।
- हेमंत पटेल भी हिंदी माध्यम के छात्र रहे हैं।
- उन्होंने भी स्थानीय सरकारी स्कूल से प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त की।
- 2018 से MPPSC की तैयारी कर रहे थे।
- 2019 और 2020 में इंटरव्यू तक पहुंचे, लेकिन सफलता नहीं मिली।
- 2022 में इंटरव्यू पास कर लेखा सेवा अधिकारी बन गए।
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लगातार संघर्ष, अंततः सफलता
- हेमंत ने 2019 और 2020 में MPPSC परीक्षा के इंटरव्यू तक का सफर तय किया था, लेकिन अंतिम चयन नहीं हो सका।
- हालांकि, उन्होंने हार नहीं मानी और 2022 में एक बार फिर परीक्षा दी और इस बार सफलता उनके कदम चूमी।
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गांव में जश्न, बधाइयों का तांता
- हेमंत और श्वेता की सफलता के बाद गांव में जश्न का माहौल है।
- परिवार के सदस्यों और रिश्तेदारों ने दोनों को आशीर्वाद दिया।
- गांव के लोग भी बधाई देने पहुंचे और उनकी मेहनत को सराहा।
- हर कोई उनकी इस सफलता पर गर्व महसूस कर रहा है।
संघर्ष से मिली प्रेरणा, युवाओं के लिए मिसाल
- हेमंत और श्वेता की सफलता साबित करती है कि अगर मन में दृढ़ संकल्प और मेहनत करने की इच्छा हो, तो किसी भी बाधा को पार किया जा सकता है।
- साधारण परिवार से आने के बावजूद उन्होंने सरकारी सेवा में जगह बनाई।
- संघर्ष के बावजूद उन्होंने लगातार प्रयास जारी रखा और सफलता हासिल की।
भविष्य की योजना
- हेमंत और श्वेता अब सरकारी सेवा में योगदान देकर समाज की बेहतरी के लिए काम करना चाहते हैं।
- वे अन्य युवाओं को भी प्रेरित करना चाहते हैं, ताकि वे भी अपने सपनों को साकार कर सकें।
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