BHOPAL. मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग (MPPSC) रविवार 15 दिसंबर को राज्य पात्रता परीक्षा यानी सेट (MPPSC SET 2024) का आयोजन करने जा रहा है। इस परीक्षा के लिए अलग-अलग शहरों में 323 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। इस परीक्षा में करीब 1 लाख 21 हजार अभ्यर्थियों के शामिल होने की उम्मीद है। उम्मीदवारों को परीक्षा में शामिल होने के लिए प्रवेश पत्र पहले ही जारी किए जा चुके हैं, जिन्हें आयोग की वेबसाइट से डाउनलोड किया जा सकता है।
323 केंद्रों पर होगी परीक्षा
राज्य पात्रता परीक्षा (SET 2024) में 31 विषयों के लिए परीक्षा आयोजित की जाएगी, जिसमें गणित, म्यूजिक, अंग्रेजी, हिंदी, भौतिकी, रसायन, भूगोल सहित कई विषय शामिल हैं। इस परीक्षा में इंदौर से लगभग 27 हजार अभ्यर्थी भाग लेंगे, एक्जाम के लिए 70 केंद्र बनाए गए हैं। इसके अलावा, भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर, रीवा, उज्जैन, सतना, सागर, शहडोल, खरगोन, नर्मदापुरम, रतलाम जैसे शहरों में टोटल 323 केंद्र बनाए गए हैं। साय़ ही आयोग ने एक्जाम के लिए के लिए 17 आब्जर्वर नियुक्त किए हैं। इसमें से 3 आब्जर्वर इंदौर में रहेंगे।
31 विषयों के लिए होगी परीक्षा
राज्य पात्रता परीक्षा म्यूजिक, गणित, कम्प्युटर साइंस, अंग्रेजी, हिंदी, फिजिक्स, भूगोल, रसायन, रक्षा व रणनीतिक अध्ययन, सहित 31 विषयों के लिए होगी। आयोग ने MPPSC SET 2024 परीक्षा का विज्ञापन 15 मार्च को निकाला था, जिसमें 21 मार्च से 20 अप्रैल से आवेदन मंगवाए गए थे। लगभग 1 लाख 21 हजार अभ्यर्थियों ने परीक्षा फार्म भरे हैं।
परीक्षा का पैटर्न और प्रक्रिया
बता दे कि यह परीक्षा ऑफलाइन मोड में आयोजित की जा रही है। ऑफलाइन मोड में आयोजित यह परीक्षा ओएमआर शीट आधारित (OMR Based) होगी। परीक्षा का समय दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक होगा। इसमें प्रत्येक अभ्यर्थी को दो पेपर हल करने होंगे। पहला पेपर शिक्षण और शोध अभिवृत्ति से संबंधित होगा और दूसरा पेपर ऐच्छिक विषयों का होगा। पहले पेपर में 50 प्रश्न होंगे जबकि दूसरे पेपर में 100 प्रश्न होंगे। कुल मिलाकर, दोनों पेपर 300 अंकों के होंगे और परीक्षा में 150 सवाल होंगे। ये सभी आब्जेक्टिव होंगे। अधिकारियों के मुताबिक, दोनों पेपर हिंदी और अंग्रेजी में उपलब्ध होंगे। सही उत्तर के लिए दो अंक दिए जाएंगे, जबकि गलत उत्तरों पर कोई नेगेटिव मार्किंग नहीं होगी।
राज्य पात्रता परीक्षा क्या है?
राज्य पात्रता परीक्षा (SET) भारतीय विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में सहायक प्रोफेसर बनने के लिए योग्यता प्रमाण पत्र देती है। इसके अलावा, इस परीक्षा को पास करने से जूनियर रिसर्च फेलोशिप (JRF) प्राप्त करने का भी अवसर मिलता है। यह परीक्षा यूजीसी-नेट के समान होती है, लेकिन राज्य स्तर पर आयोजित की जाती है।
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