संजय गुप्ता, INDORE. MPPSC: मप्र लोक सेवा आयोग ने गुरुवार रात को राज्य सेवा परीक्षा 2021 का अंतिम रिजल्ट जारी कर दिया है। इसमें अंकिता पाटकर ने 1575 में से कुल 942 अंक प्राप्त करते हुए टॉप किया है। टॉप टेन में कुल 7 महिलाएं शामिल है जो डिप्टी कलेक्टर बनी है। वहीं डिप्टी कलेक्टर के कुल 24 पद में 12 महिलाएं शामिल है। अंकिता पाटकर ने भोपाल में रहकर तैयारी की है मूल रूप से व रायसेन जिले की है उनके पिताजी राज्य परिवहन निगम से रिटायर्ड शासकीय सेवक है, मां रिटायर्ड टीचर है। अंकिता ने 'द सूत्र' को बताया कि 2019 के इंटरव्यू में भी दिया था, लेकिन 13% रिजल्ट में उनका होल्ड है। अंकिता का राज्य सेवा 2020 का प्री क्लियर नहीं हुआ था, लेकिन 2021 में अब डिप्टी कलेक्टर चयनित हुई है।
यह है टॉप 5 उम्मीदवार...
- अंकिता पाटकर- 942 अंक
- अमित सोनी- 921.25 अंक
- पूजा चौहान- 920 अंक
- मनीषा जैन- 917.50 अंक
- प्रियांक मिश्रा- 916.25 अंक
इसके साथ टॉप में यह उम्मीदवार शामिल
अमित सोनी
इसके साथ ही टॉप 10 में इसके बाद प्रियल यादव, अशमा पटेल, रितू चौरसिया, सृजन श्रीवास्तव, ज्योति राजौरे शामिल है। 87 फीसदी से ही निकला रिजल्ट यह रिजल्ट भी 87 फीसदी फार्मूले से ही निकला है, 13 फीसदी को होल्ड किया गया है। यह परीक्षा कुल 283 पदों के लिए थी जिसमें 87 फीसदी के तहत अंतिम रिजल्ट 243 पदों के लिए जारी हुआ है। इसकी मेंस परीक्षा जुलाई 2023 में हुई थी और रिजल्ट नवंबर में जारी हुआ। इसके बाद इंटरव्यू 18 अप्रैल से 24 मई तक संचालित हुए थे। इसके बाद अब यह रिजल्ट जारी कर दिया गया है।
प्रियल यादव
अन्य रिजल्ट इसी सप्ताह
इसके बाद अब उम्मीदवारों की उम्मीद पीएससी मेंस 2022 के रिजल्ट पर है और साथ ही राज्य वन सेवा 2021 के अंतिम रिजल्ट पर। पीएससी अधिकारियों ने बताया कि बहुत जल्द यह रिजल्ट जारी होने जा रहे हैं, इसमें अब देर नहीं है। वहीं जानकारी के अनुसार यह रिजल्ट भी इसी सप्ताह जारी हो सकते हैं।
हर परीक्षा में चयनित हो रही प्रियल यादव अब डिप्टी कलेक्टर
मेरिट में छटें पायदान पर आकर डिप्टी कलेक्टर के लिए चयनित हुई प्रियल यादव ने द सूत्र से बात करते हुए बताया कि वह अपनी पहली परीक्षा 2019 की राज्य सेवा में जिला पंजीयक पर चयनित हुई और अभी ट्रेनिंग पर थी, फिर 2020 के रिजल्ट में वह सहायक आयुक्त सहकारिता के पद पर आई और अब 2022 के रिजल्ट में वह डिप्टी कलेक्टर पद पर चयनित हुई है। वह मूल रूप से हरदा की रहने वाली है, उनके पिता किसान है और मां गृहिणी है। उन्होंने पीएससी की तैयारी इंदौर से रहकर की और कॉलेज भी इंदौर से ही किया, शुरू से ही सपना प्रशासनिक अधिकारी बनने का देखा था।
चयनित उम्मीदवारों में अनराक्षित वर्ग के दो ही, 8 ओबीसी से
MPPSC के इस रिजल्ट में सबसे खास रहा है कि टॉप 24 चयनित डिप्टी कलेक्टर में दो ही अनारक्षित वर्ग (जनरल कैटेगरी) से हैं। एक नौंवे पायदान पर चयनित दतिया के सृजन श्रीवास्तव है और दूसरे अस्थिबाधित सुभाष मिश्रा है जो 22वें नंबर पर आकर डिप्टी कलेक्टर बने हैं। वहीं इसमें सबसे ज्यादा 8 पद ओबीसी वालों ने हासिल किए हैं, वहीं एसटी और एससी वर्ग के 5-5 उम्मीदवारों ने टॉप 24 में जगह पाई है। वहीं ईडब्ल्यूएस के चार उम्मदीवार इस सूची में आए हैं।
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