मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ( Shivraj Singh Chouhan) ने जब से दिल्ली में केंद्रीय कृषि मंत्री की कुर्सी संभाली है। तब से ही उनके बुदनी में कुछ ठीक नहीं चल रहा है। बुदनी विधानसभा ( Budni Assembly ) में किसानों के द्वारा दो बड़े आंदोलन हो चुके हैं। अब यहीं के किसान एक और आंदोलन करने की तैयारी कर रहे हैं। बुदनी में अब किसान संगठनों ने बैठक कर निर्णय लिया है कि विधानसभा क्षेत्र में होने वाले उपचुनाव का बहिष्कार करेंगे। साथ ही किसानों ने कहा है कि यहां पर हजारों ट्रैक्टरों की मशाल रैली निकाली जाएगी।
30 सितंबर को निकलेगी मशाल रैली
किसानों ने कहा है कि 30 सितंबर यानी कल सोमवार को भैरुंदा में बड़ी मशाल रैली निकालने की तैयारी है। इस संबंध में किसान स्वराज संगठन ( Kisan Swaraj Organization ) ने ब्लाक अध्यक्ष के नेतृत्व में एसडीएस ( SDM ) को ज्ञापन सौंपा गया।
उपचुनाव बहिष्कार करने का निर्णय
भैरुंदा के कृषि उपज मंडी परिसर में किसान संगठन की बैठक का आयोजित की गई। इस बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि आगामी दिनों में होने वाले विधानसभा उपचुनाव ( assembly by-election ) का किसान अपने परिवार सहित के साथ मिलकर बहिष्कार करेंगे।
18 साल में नहीं हुए प्रदर्शन
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान 2005 से बुदनी विधानसभा ( Budni Assembly ) के विधायक रहे। 2023 के चुनाव में भी शिवराज सिंह चौहान ने बुदनी विधानसभा से रिकार्ड मतों से जीत हासिल की। शिवराज सिंह चौहान के 18 सालों के कार्यकाल में बुदनी विधानसभा क्षेत्र में किसानों का आंदोलन ( farmers movement ) नहीं हुआ।
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