नर्मदापुरम के सभी निजी स्कूल 15 जुलाई से बंद, प्रशासन के एक्शन का विरोध

मध्यप्रदेश के जबलपुर के बाद अब नर्मदापुरम प्रशासन ने प्राइवेट स्कूलों की मनमानी फीस वृद्धि पर सख्त कदम उठाए हैं। इसी को लेकर नर्मदापुरम जिले के समस्त निजी स्कूल सोमवार, 15 जुलाई से अनिश्चितकाल के लिए बंद रखने का फैसला किया है... 

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Jitendra Shrivastava
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निजी स्कूल 15 जुलाई से बंद : नर्मदापुरम जिले के निजी स्कूल सोमवार, 15 जुलाई से बंद रखने का फैसला किया है। जबलपुर में निजी स्कूलों की मनमानी फीस वृद्धि पर प्रशासन ने बढ़ी हुई फीस वसूली को लेकर एक्शन लिया था। इसी तरह की कार्रवाई नर्मदापुरम जिले के निजी स्कूलों पर करते हुए प्रशासन ने 10 दिन पहले ज्यादा ली गई फीस पालकों को वापस करने की सूचना स्कूल प्रबंधन को दी थी। इसी के विरोध के चलते प्रबंधन ने 15 जुलाई से अनिश्चितकाल के लिए स्कूल बंद कर दिए गए हैं। शिक्षा विभाग ने फीस बढ़ाने पर 79 स्कूलों की लिस्ट बनाई है। इन स्कूलों ने 10% से 200% तक फीस बढ़ाई है। स्कूल के मैनेजमेंट को 15, 16 और 18 जुलाई को कार्यालय बुलाया गया है। सेशन 2020-21 से 2023-24 तक बढ़ाई गई फीस की जानकारी मांगी गई है।

यह आंदोलन प्रदेश स्तर तक किया जाएगा : राजपूत 

सोसाइटी फॉर प्राइवेट स्कूल डायरेक्टर्स ( सोपास ) के जिलाध्यक्ष आलोक राजपूत ने बताया कि फीस अधिनियम की विसंगतियों, पोर्टल पर खामियों, प्रारंभिक कक्षाओं में उम्र के लिये शासकीय और अशासकीय नियमों में भेद, बैग पॉलिसी के नाम पर जबरन दबाव बनाने, आरटीई के तीन वर्ष के पैसे का भुगतान न करने के विरोध में नर्मदापुरम जिले के सभी ब्लॉकों में 15 जुलाई से अनिश्चितकालीन स्कूल बंद की घोषणा की गई है। इस संदर्भ में सोपास का प्रतिनिधिमंडल विधायक, शिक्षा मंत्री व सांसद के माध्यम से अपनी बात शिक्षा विभाग के अधिकारियों तक पहुंचाकर निराकरण का प्रयास करेगा। यदि निजी संचालकों को सहयोगात्मक निराकरण नहीं मिला तो यह आंदोलन प्रदेश स्तर पर जारी किया जाएगा। संगठन ने कहा कि कोरोना काल में सरकार ने फीस 10 फीसदी कम करने का कहा था। हमने तीन साल तक कम की। अब हम तीन साल पहले जितनी हमारी फीस हुआ करती थी, उस अनुसार 10 प्रतिशत बढ़ा रहे हैं, तो विभाग और अभिभावक कह रहे हैं कि हमने 20 से 25 फीसदी फीस बढ़ा दी

संचालक को 2-2 लाख रुपए जुर्माना सहित सजा हो सकती है

जिला शिक्षा अधिकारी एसबीएस बिसेन ने कहा है कि 79 स्कूल में से 23 स्कूलों को पहले नोटिस जारी किए गए। 14 स्कूल बढ़ी हुई फीस पेरेंट्स को लौटाने को तैयार हैं। बाकी 56 स्कूलों को पक्ष रखने का मौका दिया है। इन्हें भी जिला शिक्षा समिति नोटिस जारी करेगी। जवाब नहीं मिलने पर इन स्कूलों पर 2-2 लाख रुपए का जुर्माना समेत संचालक को सजा हो सकती है। उधर, शिक्षा विभाग के इस एक्शन पर जिले भर के सभी स्कूलों ने 15 जुलाई से अनिश्चितकालीन हड़ताल करने की घोषणा कर दी है। सोमवार से सभी प्राइवेट स्कूल बंद रहेंगे। 10 से 20 फीसदी तक फीस बढ़ाने वाले स्कूलों की लिस्ट जिला कमेटी और इससे ज्यादा फीस बढ़ाने वाले स्कूलों के नाम राज्य कमेटी को फॉरवर्ड हुए हैं। वहीं, शहर के दो बड़े स्कूल शांति निकेतन हायर सेकंडरी और सर्वाइट स्कूल को बढ़ी हुई फीस के 56 लाख रुपए पेरेंट्स को वापस करना होंगे। इसके आदेश 10 दिन पहले हो चुके हैं।

स्कूल बंद किए तो सख्त कार्रवाई करेंगे : रावउदय प्रताप

इधर, स्कूल शिक्षा मंत्री राव उदय प्रताप सिंह ने प्राइवेट स्कूलों को सख्त हिदायत देते हुए कहा है कि अगर स्कूल बंद किए तो कार्रवाई करेंगे। उन्होंने कहा कि बच्चे देश का भविष्य हैं। इनके भविष्य के साथ खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। निजी स्कूल संचालकों को कोई दिक्कत है तो वे आकर मिलें। उनकी समस्या का समाधान हम करेंगे। स्कूल बंद रखना गलत है।

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निजी स्कूल 15 जुलाई से बंद