/sootr/media/media_files/2025/08/25/narottam-mishra-2025-08-25-18-03-47.jpg)
Photograph: (thesootr)
मार्च 2020 में ज्योतिरादित्य सिंधिया और 22 कांग्रेस विधायकों के बीजेपी में शामिल होने से कमलनाथ की कांग्रेस सरकार गिर गई थी। अब इस मुद्दे पर प्रदेशभर में सियासत गर्मा गई है। बीजेपी नेता और पूर्व मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने तंज कसा है। कांग्रेस के पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने दोनों नेताओं के रिश्ते को 'कैमिस्ट्री' बताया। बीजेपी के अन्य नेताओं ने भी इस पर तीखे बयान दिए हैं।
नरोत्तम मिश्रा का तीखा हमला
बीजेपी के सीनियर नेता डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस को 'बुढ़ापे में बच्चा रूपी सरकार' मिली थी। इसे कांग्रेसियों ने 'चूम-चूम कर मार डाला'। उन्होंने सरकार गिरने के लिए दिग्विजय सिंह और कमलनाथ को जिम्मेदार ठहराया। उनके अनुसार, ये नेता एक-दूसरे पर ठीकरा फोड़ कर जनता को गुमराह कर रहे हैं।
नरोत्तम ने दिग्विजय के "सुपर सीएम" होने की बात करते हुए कहा कि उन्होंने कमलनाथ से भ्रष्टाचारी फैसले कराए। उन्होंने यह भी जोड़ा कि कांग्रेस की नाव को वही कप्तान डुबोने का काम कर रहा था, जिसने उसे चलाया था।
यह बात कमलनाथ के मंत्री उमंग सिंघार ने भी कही थी। लेकिन उस वक्त कमलनाथ की आंखों पर दिग्विजय ने पट्टी बांध रखी थी। आज कमलनाथ को सच्चाई याद आ रही है।
क्या है पूरा मामला ?
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने हाल ही में कहा कि 2020 में कांग्रेस सरकार के गिरने का कारण कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीच मतभेद थे। इस पर कमलनाथ ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर जवाब दिया, जिसमें उन्होंने कहा कि सिंधिया को यह लगता था कि दिग्विजय सिंह सरकार चला रहे हैं। इसी नाराजगी के चलते सिंधिया ने कांग्रेस के विधायकों को तोड़ा और सरकार गिराई।
मध्य प्रदेश में 2020 में मेरे नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार गिरने को लेकर हाल ही में कुछ बयानबाजी की गई है।
— Kamal Nath (@OfficeOfKNath) August 24, 2025
मैं सिर्फ़ इतना कहना चाहता हूँ कि पुरानी बातें उखाड़ने से कोई फ़ायदा नहीं। लेकिन यह सच है कि व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा के अलावा श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को यह लगता था कि…
कमलनाथ और दिग्विजय की कैमिस्ट्री: पटवारी
पूर्व सीएम कमलनाथ और दिग्विजय सिंह के बीच बयानबाजी के बीच प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि उनके बीच 45 साल का प्रेम है। उनका रिश्ता भाई-भाई जैसा है। पटवारी ने कहा कि पुरानी बातों को उखाड़ने का कोई फायदा नहीं है। अब हमें भविष्य पर ध्यान देना चाहिए।
ये भी पढ़ें...सरकार गिरने को लेकर अब कमलनाथ का खुलासा, ...और हमारी सरकार गिर गई
ऐसे समझें कैसे शुरू हुआ पूरा विवाद👉दिग्विजय सिंह ने हाल ही में एक मीडिया हाउस को इंटरव्यू दिया था। उन्होंने कहा कि कमलनाथ और सिंधिया के बीच काम करने के तरीके को लेकर जो तय हुआ था, उसका पालन नहीं हुआ। इस कारण ही सरकार गिरी। 👉जब दिग्विजय से सवाल किया गया कि क्या उन्होंने कमलनाथ को सरकार गिरने की चेतावनी दी थी, तो उन्होंने कहा कि यह गलत प्रचारित किया गया। उन्होंने बताया कि उन्होंने एक उद्योगपति से कहा था कि अगर कमलनाथ और सिंधिया की लड़ाई जारी रही, तो सरकार गिर सकती है। 👉दिग्विजय सिंह ने आगे कहा कि उन्होंने मामले को सुलझाने की बहुत कोशिश की, लेकिन जो तय हुआ था, उसका पालन नहीं हुआ। उन्होंने बताया कि ग्वालियर चंबल संभाग में जो निर्णय लिया गया था, उसे लागू नहीं किया गया। दोनों नेताओं ने एक विश लिस्ट बनाई थी, लेकिन उसका पालन नहीं हुआ। 👉दिग्विजय से जब पूछा गया कि क्या कमलनाथ और सिंधिया का क्लेश सरकार गिरने का कारण बना, तो उन्होंने हां में जवाब दिया। |
विश्वास सारंग और रामेश्वर शर्मा का आरोप
बीजेपी के मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि कांग्रेस में अब स्थितियां और खराब हो गई हैं, क्योंकि पार्टी अंदर से बंटी हुई है। दूसरी तरफ, बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा ने भी कहा कि कमलनाथ और दिग्विजय सिंह कल भी लड़ रहे थे और आज भी उनका विवाद जारी है।
thesootr links
- मध्यप्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- छत्तीसगढ़की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- राजस्थान की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- रोचक वेब स्टोरीज देखने के लिए करें क्लिक
- जॉब्स और एजुकेशन की खबरें पढ़ने के लिए क्लिक करें
- निशुल्क वैवाहिक विज्ञापन और क्लासिफाइड देखने के लिए क्लिक करें
अगर आपको ये खबर अच्छी लगी हो तो 👉 दूसरे ग्रुप्स, 🤝दोस्तों, परिवारजनों के साथ शेयर करें📢🔃🤝💬👩👦👨👩👧👧👩