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कमलेश सारडा@नीमच
मध्यप्रदेश शासन द्वारा हाल ही में प्रदेश के सभी जिलों में कराया गया एक विशेष गोपनीय सर्वे, जिसमें जनता की नजरों से पुलिस की कार्यशैली को परखा गया, उसमें नीमच पुलिस ने पूरे प्रदेश में पहला स्थान हासिल किया है। इस सर्वे का नेतृत्व पुलिस महानिदेशक मध्यप्रदेश (DGP) ने सीएम मोहन यादव के निर्देशों के अनुरूप किया था। वहीं दूसरी तरफ एमपी में पुलिस पर लगातार हमले हो रहे हैं। और एक तरफ सर्वे में पुलिस नंबर वन का तमगा हासिल कर रही है।
11 सवालों से तय हुआ पुलिस का काम
इस सर्वे में पुलिस विभाग ने सीधे जनता से पुलिस की कार्यप्रणाली को लेकर सवाल किए। इसी आधार पर सभी जिलों की रैंक तैयार की गई। पुलिस कर्मियों और अधिकारियों के व्यवहार से लेकर कार्य की पारदर्शिता तक 11 प्रमुख प्रमुख बिंदुओं पर जनता से गोपनीय राय ली गई। इनमें शामिल थे।
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एफआईआर दर्ज करने में देरी या गलत धाराओं का इस्तेमाल
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चरित्र सत्यापन और पासपोर्ट वेरीफिकेशन में समय
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झूठे आरोपों में फंसाने की घटनाएं
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महिलाओं-बच्चों से जुड़े केस दर्ज करने में लापरवाही
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ऑनलाइन सेवाएं समय पर देना
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किसी पक्ष से मिलकर पक्षपाती कार्रवाई करना
नीमच पुलिस को मिले 66.97 अंक
गोपनीय सर्वेक्षण में नीमच पुलिस को कुल 66.97 अंक प्राप्त हुए, जो पूरे प्रदेश में सबसे ज्यादा रहे। इसके साथ ही नीमच जिले ने सभी जिलों को पीछे छोड़ते हुए प्रदेश में पहला स्थान हासिल कर लिया। पिछले एक साल में नीमच पुलिस ने क्राइम कंट्रोल और जनहित के मामलों में सख्त और प्रभावी कार्रवाई की हैं।
प्रदेश के बड़े शहर रह गए पीछे
इस सर्वेक्षण में नीमच को पहला, भिंड को दूसरा और हरदा को तीसरा स्थान मिला। सिवनी चौथा, भोपाल पांचवां, जबलपुर सातवां, इंदौर 13वां, उज्जैन 14वां, ग्वालियर 39वां, शाजापुर 51वां स्थान मिला। यह परिणाम साफ दर्शाते हैं कि छोटे जिलों की पुलिस ने बड़ी इकाइयों को भी पीछे छोड़ दिया।
देखें सभी जिलों का हाल
इन मामलों में पुलिस ने दिखाई तत्परता
इसमें मादक पदार्थ तस्करों पर कार्रवाई, भू-माफियाओं पर शिकंजा, जुआ और सट्टा कारोबार पर हमला, और 'ऑपरेशन नीमच आई' के तहत जिलेभर में CCTV कैमरों की तैनाती शामिल है। नीमच पुलिस ने VIP विज़िट, त्योहारों में कानून व्यवस्था बनाए रखने से लेकर साइबर फ्रॉड में ठगे गए पैसों की वापसी, गुम मोबाइल को असली मालिक तक पहुंचाने और धोखाधड़ी में प्रयुक्त मोबाइलों को ब्लॉक कराने तक, हर पहलू में उल्लेखनीय कार्य किया है।
नीमच एसपी अंकित जायसवाल ने दी शुभकामनाएं
नीमच पुलिस अधीक्षक अंकित जायसवाल ने जिले के सभी नागरिकों को भरोसा दिलाया है कि यह कार्यप्रणाली आगे भी लगातार जारी रहेगी। उन्होंने आश्वासन दिया कि नीमच पुलिस जनता की सेवा में सदैव तत्पर रहेगी और जिले की सुरक्षा, कानून व्यवस्था और न्याय प्रक्रिया को और बेहतर किया जाएगा।
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पुलिस पर हमले की हालिया घटनाओं से उठे रहे बड़े सवाल
29 अप्रैल को नकाबपोश बदमाश ने सतना के जैतवारा थाने में घुसकर पुलिसकर्मी को गोली मार दी. जब यह घटना घटी, तब पुलिसकर्मी थाने के अंदर बने बैरक में बैठकर खाना खा रहे थे. गोली मारने के बाद युवक मौके से फरार हो गया।
28 अप्रैल 2025, भोपाल: हबीबगंज रेलवे स्टेशन पर नशे में धुत बदमाशों ने एक जीआरपी हेड कांस्टेबल के साथ मारपीट की, जब उन्होंने शराब पीने से रोका था।
24 मार्च 2025, सीहोर: खेड़ी गांव में महिला और उसके परिजनों ने पुलिस टीम पर हमला कर एक एएसआई को गंभीर रूप से घायल कर दिया।
15-16 मार्च 2025, मऊगंज: अपहरण और हत्या के मामले में पुलिस को बचाव कार्य के दौरान आदिवासियों ने हमला कर दिया, जिसमें एक एएसआई की जान चली गई और कई घायल हो गए।
छतरपुर: एक थाने पर आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर भीड़ ने पथराव किया, जिससे तीन पुलिसकर्मी घायल हुए।
सागर: अपराधियों को पकड़ने गई पुलिस टीम पर परिजनों ने लाठी और कुल्हाड़ी से हमला किया, दो पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए।
ये घटनाएं प्रदेश की कानून व्यवस्था पर बड़े सवाल खड़ी करती हैं। एक तरफ जहां पुलिस की कार्रवाई की प्रशंसा जनता के बीच हो रही है। वहीं दूसरी तरफ खुद पुलिस ही राज्य में सुरक्षित नहीं है।
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