मरीजों को बरगला रहा सागर मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल, CGHS में इंपैनलमेंट नहीं, फिर क्यों दिया विज्ञापन

मध्यप्रदेश के भोपाल में होशंगाबाद रोड स्थित सागर सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल राजधानी के चर्चित कारोबारी घराने का है।  इस अस्पताल को CGHS के तहत इंपैनल बताया जा रहा है, जबकि अब तक इसे केंद्र सरकार की हेल्थ स्कीम में जोड़ा ही नहीं गया है...

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Sanjay Sharma
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अस्पताल का फर्जीवाड़ा : राजधानी भोपाल के सागर सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल द्वारा सेंट्रल गवर्मेंट हेल्थ स्कीम ( CGHS ) में इंपैनलमेंट दिखाकर मरीज को धोखे में रखने की कोशिश की जा रही है। ताजा मामला भोपाल के सागर सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल से जुड़ा है। इस अस्पताल को सीजीएचएस के तहत इंपैनल बताया जा रहा है, जबकि अब तक इसे केंद्र सरकार की हेल्थ स्कीम में जोड़ा ही नहीं गया है। इससे केंद्रीय कर्मचारी गुमराह होकर उपचार के लिए पहुंच रहे हैं। होशंगाबाद रोड स्थित यह अस्पताल राजधानी के चर्चित कारोबारी घराने का है।

हेल्थ स्कीम में जोड़-तोड़ का फर्जीवाड़ा

होशंगाबाद रोड स्थित सागर सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल राजधानी के चर्चित कारोबारी घराने का है।  इस अस्पताल को सीजीएचएस के तहत इंपैनल बताया जा रहा है, जबकि अब तक इसे केंद्र सरकार की हेल्थ स्कीम में जोड़ा ही नहीं गया है। सीजीएचएस यानी सेंट्रल गवर्मेंट हेल्थ स्कीम केंद्र सरकार के अधिकारी-कर्मचारियों और सेवानिवृत्तकर्मियों को कैशलैस उपचार की योजना है। इसके तहत देशभर के इंपैनल्ड अस्पतालों में केंद्रीय कर्मचारियों को गंभीर बीमारियों के निशुल्क उपचार व ऑपरेशन की सुविधा दी जाती है। उपचार पर होने वाले खर्च का भुगतान केंद्र सरकार उठाती है। सीजीएचएस के इंपैनलमेंट की प्रक्रिया भी सख्त है। ऐसे में सरकार से होने वाले तगड़े भुगतान की वजह से ही बड़े-बड़े अस्पताल इंपैनलमेंट के लिए जोड़-तोड़ करते हैं।  

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अखबार में दिया विज्ञापन

केंद्र की सीजीएचएस योजना के इंपैनलमेंट को लेकर सागर सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल ने अखबारों और वेबसाइट पर भी प्रचार-प्रचार शुरू कर दिया है। होशंगाबाद रोड पर स्थित इस अस्पताल द्वारा 18 जुलाई को एक अखबार में विज्ञापन प्रकाशित कराया है। इसमें प्रबंधन द्वारा साागर मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल को सीजीएचएस यानी सेंट्रल गवर्मेंट हेल्थ स्कीम में इंपैनल बताया है। साथ ही स्कीम के तहत दी जाने वाली कैशलैस सुविधा की उपलब्धता भी दर्शाई गई है। विज्ञापन में अस्पताल की दूसरी सुविधाओं का भी उल्लेख है, लेकिन सवाल यह है कि इंपैनलमेंट के बिना अस्पताल प्रबंधन को इस विज्ञापन के प्रकाशन की क्या जरूरत पड़ गई। 

'द सूत्र' की पड़ताल में सामने आया सच

सागर मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल की सीजीएचएस योजना से संबद्धता की हकीकत जानने के लिए 'द सूत्र' ने मध्यप्रदेश में इस योजना की मॉनिटरिंग करने वाले एडिशनल डायरेक्टर रामशंकर रावत से बात की। जवाब में रावत ने इस अस्पताल के इंपैनलमेंट से इनकार किया। उन्होंने बताया अभी अस्पताल को संबद्धता नहीं मिली है। अस्पताल प्रबंधन द्वारा इंपैनलमेंट से पहले विज्ञापन जारी करने के संबंध में रावत का कहना था कि ऐसा नहीं किया जा सकता। उन्होंने अस्पताल द्वारा ऐसा करने पर भी हैरानी जताई। साथ ही कहा ऐसा करने पर सागर मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल प्रबंधन के खिलाफ जिला प्रशासन के माध्यम से कार्रवाई तय करेंगे। 

बडे़ कारोबारी का अस्पताल और काम ऐसा

सीजीएचएस में अनाधिकृत रूप से इंपैनल्मेंट बताने वाले सागर मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल का मालिक राजधानी का चर्चित कारोबारी परिवार है। इस अस्पताल का संचालन सागर ग्रुप द्वारा किया जाता है। इसके संस्थापन और चेयरमैन सुधीर कुमार अग्रवाल हैं, जबकि उनके एक पुत्र सिद्धार्थ अग्रवाल मैनेजिंग डायरेक्टर और दूसरे पुत्र सागर अग्रवाल और परिवार के सदस्य डॉ.आदित्य अग्रवाल डायरेक्टर हैं। यानी अस्पताल सहित पूरे ग्रुप की कमान इन्हीं के हाथ में है। साल 1983 में सुधीर कुमार अग्रवाल द्वारा कारोबार की शुरूआत की गई थी। अब यह ग्रुप राजधानी भोपाल में इंजीनियरिंग कॉलेज, स्कूल के अलावा कंस्ट्रक्शन और मैन्युफेक्चरिंग के क्षेत्र में भी कई कंपनियों का मालिक है। ग्रुप भोपाल में सागर पब्लिक स्कूल, अग्रवाल बिल्डर्स, एसआईएस टैक्नोलॉजी कॉलेज का संचालन करता है।

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