नील तिवारी, JABALPUR. संस्कारधानी में की गई लगातार फ्लाइट्स की कटौती के विरोध में 6 जून के दिन नो फ्लाई डे घोषित कर दिया गया है। जबलपुर से छीनी उड़ानों को वापस देने की मांग के साथ होने जा रहे इस आंदोलन की पूरी रूपरेखा लगभग तैयार हो गई है। आपको बता दें कि 2 साल पहले से जबलपुर से चल रही फ्लाइटस की संख्या धीरे-धीरे बहुत कम कर दी गई है। अब मुंबई, कोलकाता, पुणे, बेंगलुरु, चेन्नई और अहमदाबाद जैसे शहरों की उड़ानों को यथावत करने की मांग के साथ वायु सेवा संघर्ष समिति ने यह आंदोलन शुरू किया है। इस आंदोलन में जबलपुर के हर बड़े संगठन ने अपना समर्थन दिखाया है।
सोशल मीडिया पर छा गया नो फ्लाइ डे
वायु सेवा संघर्ष समिति के हिमांशु खरे ने बताया अब इस अभियान से जबलपुर के सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर भी जुड़ चुके हैं। शहर में नो फ्लाई डे के वीडियोज पर लाखों लोगों ने अपना समर्थन दिखाया है। इन सोशल मीडिया अकाउंट्स के जरिए शहर का युवा वर्ग भी बड़ी संख्या में इस आंदोलन के साथ जुड़ता हुआ नजर आ रहा है।
जबलपुरिया हुआ विरोध प्रदर्शन
इस आंदोलन में अब केवल जबलपुर के निवासी ही शामिल नहीं है बल्कि, जबलपुर से व्यापार, जॉब या पढ़ाई करने बाहर गए जबलपुर वासियों सहित बड़ी संख्या में अप्रवासी भारतीय भी सोशल मीडिया के जरिए इस मुहिम को समर्थन दे रहे हैं। वे यह भी सुनिश्चित कर रहे हैं कि किसी भी जबलपुरिया के द्वारा 6 जून को कोई फ्लाइट टिकट ही न खरीदा जाए।
हर वर्ग खड़ा समर्थन में
इस अभियान में अधिवक्ता, डॉक्टर्स, बिल्डर, महिलाओं के संगठन सहित सराफा व्यापारी, मिष्ठान व्यापारी, वरिष्ठ नागरिकों के संगठन भी जुड़ चुके हैं। शनिवार, 18 मई को हुई समिति की बैठक में सभी ने अपने-अपने सुझाव दिए और हर तरह से आंदोलन को असरदार बनाने की तैयारी पूरी की।
महिलाओं की बड़ी भागीदारी
रोटरी क्लब की वाइस प्रेसिडेंट गीता शरद तिवारी ने बताया कि शहर की हर वर्ग की महिलाएं चाहे वह व्यवसायी हो डॉक्टर हो या हाउसवाइफ, वे सभी अभियान से जुड़ रहे है। हर शहर से फ्लाइट का आवागमन उनके काम को सुचारू बनाने से भी ज्यादा अहमियत इसलिए रखता है क्योंकि सभी के बच्चे नौकरी या पढ़ाई के लिए शहर के बाहर रहते हैं। ऐसे में डायरेक्ट फ्लाइट्स मां को अपने बच्चों से मिलने में भी सहायता करती हैं इसलिए अब मातृशक्ति का भी पूरा समर्थन इस आंदोलन को मिल चुका है।
हर स्तर पर होगा प्रचार
आज की बैठक में इस आंदोलन को जबलपुर के हर निवासी की जुबान पर लाने के लिए भी तैयारी पूरी कर ली गई है। आंदोलन का समर्थन करने वाले नागरिक अपने वाहनों पर नो फ्लाई डे का स्टीकर चिपकाएंगे, तो वहीं व्यापारी अपने प्रतिष्ठानों पर पोस्टर लगाकर इस अभियान का प्रचार करेंगे। इस संगठन को छात्र-छात्राओं और शिक्षकों का भी बड़ा समर्थन मिला है जो विद्यार्थी वर्ग में आंदोलन का प्रचार करेंगे। मॉर्निंग वॉक करने वालों से लेकर जबलपुर शहर के हर तबके को इस अभियान से जोड़ने सिग्नेचर अभियान भी चलाया जाएगा।
मंगलवार को दिया जाएगा सांकेतिक ज्ञापन
अभियान से जुड़े सभी संस्थाओं और संगठनों ने यह निर्णय किया है कि मंगलवार के दिन जबलपुर के घंटाघर चौराहे पर इस आंदोलन को समर्थन करने वाले सभी लोग एकत्रित होंगे और प्रशासन को अपनी मांगों के साथ ज्ञापन सौंपेंगे।
सूचना तंत्र सक्रिय आंदोलन में होगी भारी भीड़
जानकारी के अनुसार लोकल इनफॉरमेशन ब्यूरो इस बड़े आंदोलन को लेकर सक्रिय हो चुका है। क्योंकि यदि आंदोलन की रूपरेखा देखी जाए तो जबलपुर शहर के लगभग हर उम्र वर्ग के लोग इस आंदोलन का समर्थन कर रहे हैं। हालांकि, यह विरोध प्रदर्शन पूरी तरह शांतिपूर्ण होने वाला है पर 6 जून को डुमना एयरपोर्ट के पास इतनी बड़ी संख्या में लोग एकत्रित होने वाले हैं कि प्रशासन को भी अपनी कमर अभी से कसनी पड़ेगी।