INDORE. इंदौर नगर निगम की हो रही किरकरी के बाद पहले नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय का गुस्सा फूटा और अब भरी बैठक में पार्षद ही भड़क गए। नगर निगम के अधिकारियों के साथ विधानसभा पांच की समस्याओं को लेकर हुई बैठक में पार्षद ने अधिकारियों को जमकर सुना डाली।
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यह बोले पार्षद
वार्ड नंबर 54 के पार्षद महेश बसवाल बोले- रोड बनाने का काम किसका, ड्रेनेज का काम किसका? आप लोगों का? और सुनते महापौर है। कभी छपता है कि कमिशनर, एडिशनल कमिशनर इनकी लापरवाही से यह काम हुआ। आप लोग तो बस पढ़ लेते हो, नैतिक दायित्व और कर्त्तवय यदि आप लोग निभाओगे तो इस तरह की खबरें नहीं छपेगी। गालियां हम सुनते हैं, पेपर में नाम हमारा छपता है, आप लोगों ने सुनी क्या या कभी आपके कमिशनर का छपा क्या कि शिवम वर्मा ने यह काम नहीं किया, नाम तो पुष्यमित्र भार्गव जी का आता है, सब आपके कारण होता है।
मैंने सही बात कही, एक साल से बोल रहा हूं गड्ढे के लिए
बसवाल ने द सूत्र को बताया कि हमने सही बात रखी, मैदान में हम रहते हैं और उन्होंने हमे चुना है, हम उनके लिए जवाबदेह, लगातार एक साल से मेरे वार्ड की मूसाखेड़ी की सड़क बनाने की बात कह रहा हूं, वहां दो एक्सीडेंट हो चुके हैं, लेकिन अधिकारी सुन नहीं रहे हैं। हर बार बोलते हैं सात दिन में कर देंगे? सुनना तो हम जनप्रतिनिधियों को पड़ता है।
लगातार निशाने पर आ रहा है निगम
नगर निगम बारिश के बाद सड़क पर गड्ढों और फैल रहे डेंगू, चिकनगुनिया के कारण निशाने पर आ रहा है। हाल में दो वीडियो वायरल हुए, इसमें एक लक्की अजमानी का था जिसका खुले ढक्कन वाले चैंबर में गिरने से पैर फ्रेक्चर हो गया, फिर एक संदीप जैन का आया, जिसमें साढ़े चार मिनट के वीडियो में महापौर को लेकर भारी नाराजगी जताई। उधर एक डॉक्टर सड़क खराब के कारण गिर गया और हाथ में फ्रैक्चर हो गया। इसी तरह स्कीम 140 में गड्ढे के कारण कार पलट गई।
मंत्री विजयवर्गीय ने इस मामले को बताया साजिश
लेकिन इस मामले में मंत्री कैलाश विजयवर्गीय का खुलकर महापौर को समर्थन आया। उन्होंने इस वीडियो को प्लानिंग के तहत शहर और एक व्यक्ति को बदनाम करने की साजिश बताया। साथ ही कहा कि धंधेबाज कुछ पत्रकारों द्वारा यह किया जा रहा है और कुछ राजनीतिक लोग भी इसमें शामिल है। हालांकि मंत्री ने किसी भी पत्रकार का नाम नहीं लिया, हालांकि पूरे इंदौर में जरूरी इन धंधेबाज पत्रकारो के नामों को लेकर चर्चा का दौर तेज हो गया है। उधर महापौर के समर्थन में भी कुछ लोगों ने वीडियो बनाकर डाले हैं और उन्हें संजीदा व्यक्ति बताया है।
उधर निगमायुक्त सख्त, 400 कर्मचारियों का वेतन कटा
उधर नगर निगम में समय पर नहीं आने वाले कर्मचारियों पर निगमयुक्त शिवम वर्मा ने सख्त रूख अपनाया। वह सुबह आफिस पहुंचे और समय पर नहीं आने वालों का रजिस्टर चेक किया। इस पर 400 निगमकर्मियों का एक दिन का वेतन काटने के आदेश दिए। उन्होंने कर्मचारियों को चेतावनी दी कि अगर भविष्य में समय पर कार्यालय नहीं पहुंचते हैं, तो वेतन काटने की एंट्री उनकी सेवा पुस्तिका में भी की जाएगी।
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