PM मोदी कल रखेंगे पार्वती-कालीसिंध-चंबल लिंक परियोजना की आधारशिला
PM मोदी 17 दिसंबर को पार्वती-कालीसिंध-चंबल परियोजना की आधारशिला रखेंगे। इस मौके पर मध्यप्रदेश और राजस्थान के मुख्यमंत्री और जल शक्ति मंत्रालय के अधिकारी भी उपस्थित रहेंगे। इससे राजस्थान और एमपी के 32 जिलों फायदा मिलेगा...
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 17 दिसंबर को राजस्थान के जयपुर में बहुप्रतीक्षित 'पार्वती-कालीसिंध-चंबल लिंक परियोजना' की आधारशिला रखेंगे। इस परियोजना से मध्यप्रदेश और राजस्थान के 32 जिलों में सिंचाई और पेयजल की समस्या का समाधान होगा। इस मौके पर मध्यप्रदेश और राजस्थान के मुख्यमंत्री और जल शक्ति मंत्रालय के अधिकारी भी उपस्थित रहेंगे।
PM मोदी करेंगे परियोजना की शुरुआत
'पार्वती-कालीसिंध-चंबल लिंक परियोजना' से मध्यप्रदेश के 11 जिलों के किसानों को सिंचाई के लिए पानी मिलेगा। राजगढ़, देवास, उज्जैन और इंदौर जैसे जिलों को इस परियोजना का सीधा लाभ मिलेगा। इससे राजस्थान के 21 जिलों को जल संकट से राहत मिलेगी और किसानों को सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी मिलेगा।
मध्यप्रदेश-राजस्थान के बीच त्रिपक्षीय समझौता
इस परियोजना के लिए मध्यप्रदेश, राजस्थान और केंद्र सरकार के बीच त्रि-स्तरीय अनुबंध पर हस्ताक्षर होंगे। इस समझौते से दोनों राज्यों में जल संकट के स्थायी समाधान की उम्मीद है। राजस्थान और मध्यप्रदेश सरकार के बीच जल बंटवारे को लेकर विवाद था, लेकिन केंद्र सरकार की मध्यस्थता से एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए। इस समझौते के बाद परियोजना को राष्ट्रीय परियोजना घोषित करने की मांग भी उठाई जा रही है।
FAQ
पार्वती-कालीसिंध-चंबल लिंक परियोजना का उद्देश्य क्या है?
इस परियोजना का उद्देश्य राजस्थान और मध्यप्रदेश के 32 जिलों में सिंचाई और पेयजल की समस्या का स्थायी समाधान करना है।
इस परियोजना का सबसे अधिक लाभ किसे मिलेगा?
मध्यप्रदेश के 11 जिलों और राजस्थान के 21 जिलों को इस परियोजना से सीधा लाभ मिलेगा। खासतौर पर किसानों को सिंचाई के लिए पानी मिलेगा।
इस परियोजना का कार्य कब शुरू होगा?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 17 दिसंबर 2024 को जयपुर में इसकी आधारशिला रखेंगे। इसके बाद परियोजना का काम तेजी से शुरू किया जाएगा।
इस परियोजना में किन-किन नदियों को जोड़ा जाएगा?
इस परियोजना में पार्वती, कालीसिंध और चंबल नदियों को आपस में जोड़ा जाएगा, ताकि जल आपूर्ति और सिंचाई के लिए पानी मिल सके।
यह परियोजना कितने जिलों को कवर करेगी?
इस परियोजना के तहत मध्यप्रदेश के 11 जिलों और राजस्थान के 21 जिलों को कवर किया जाएगा, जिससे इन जिलों में सिंचाई और पेयजल की सुविधा होगी।