बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री करेंगे हिंदू जोड़ो पदयात्रा, जानें कितने दिनों की होगी यात्रा
पंडित धीरेंद्र शास्त्री की पदयात्रा करीब 160 किलोमीटर की होगी। इस यात्रा में शास्त्री रोजाना 20 किलोमीटर का पैदल सफर तय करेंगे। जिसमें बड़ी संख्या में हिंदू समुदाय ( hindu community ) लोग शामिल हो सकते हैं।
बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ( Dhirendra Krishna Shastri ) हिंदू जोड़ो पदयात्रा को लेकर चर्चा में हैं। बताया जा रहा है कि शास्त्री आगामी 21 नवंबर से 31 नवंबर तक दस दिवसीय पदयात्रा निकालने वाले हैं। उनकी पदयात्रा करीब 160 किलोमीटर की होगी। इस यात्रा में शास्त्री रोजाना 20 किलोमीटर का पैदल सफर तय करेंगे। इस यात्रा में धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के साथ बड़ी संख्या में उनके हिंदू समुदाय ( hindu community ) लोगों के अलावा अन्य लोग भी शामिल हो सकते हैं।
पंडित धीरेंद्र शास्त्री के मुताबिक इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य हिंदुओं ( Hindus ) को जागरूक करना है। इसके साथ ही देश में तेजी से फैल रहे जातिवाद को खत्म करना है। इस यात्रा के दौरान धीरेंद्र शास्त्री एससी एसटी वर्ग (sc st category ) में हिंदुत्व की भावना जगाने की कोशिश करेंगे। इसके साथ ही उनके साथ बैठकर भोजन करने का प्लान बना रहे है। आपको बताते चले कि धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ( Dhirendra Krishna Shastri ) ने हाल ही में मीडिया में कहा था कि अगर देश को समृद्ध बनाना है तो जातिवाद खत्म करना ही होगा।
यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन अनिवार्य
पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की इस पदयात्रा में शामिल होने के लिए रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया से गुजरना होगा। मोबाइल के माध्यम से पहले रजिस्ट्रेशन ( registration ) किया जाएगा। उसके बाद बागेश्वर धाम ( Bageshwar Dham ) की कमेटी तय करेगी की इस यात्रा में कौन शामिल होगा और कौन नहीं। रजिस्ट्रेशन हो जाने के बाद जो लोग भी इस यात्रा में शामिल होंगे उन्हें अपने साथ एक कंबल और थाली लाना होगा।
हिंदुओं को लेकर धीरेंद्र चितिंत
पंडित धीरेंद्र शास्त्री (Pandit Dhirendra Krishna Shastri ) को इस बात की चिंता है कि भारत में हिंदुओं की संख्या तेजी से घट रही है। पश्चिम बंगाल से लेकर केरल, कर्नाटक और जम्मू कश्मीर जैसे राज्यों में हिंदू लगातार अल्पसंख्यक होता जा रहा है। बांग्लादेश में हुई घटना को लेकर भी धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री काफी चिंतित हैं।