/sootr/media/media_files/2025/04/21/dL4MldaITaih22sINO8l.jpg)
दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 17वें सिविल सर्विस डे कार्यक्रम में हिस्सा लिया और इस दौरान उन्होंने लोक प्रशासन में उत्कृष्टता के लिए प्रधानमंत्री पुरस्कार पर ई-कॉफी टेबल बुक का विमोचन किया। इस अवसर पर उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों से संवाद किया और पुरस्कारों का वितरण भी किया। इस कार्यक्रम में 16 प्रशासनिक अधिकारियों को सम्मानित किया गया, जिनमें से एक नाम मध्य प्रदेश के झाबुआ जिले की कलेक्टर आईएएस नेहा मीना का था। उन्हें प्रधानमंत्री उत्कृष्टता पुरस्कार 2024 से नवाजा गया।
2014 के बाद प्रशासनिक व्यवस्था में बदलाव की गति तेज
प्रधानमंत्री मोदी ने civil service day के अवसर पर कहा कि 2014 के बाद से देश में प्रशासनिक व्यवस्था में बदलाव की गति में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है। भारत की आकांक्षाएं अब ऊंचाई पर हैं, और इसके लिए तेज गति से कार्य करने की आवश्यकता है। प्रधानमंत्री ने यह भी बताया कि देश के युवा, किसान और महिलाएं आज न सिर्फ अपनी आकांक्षाओं को पूरा कर रहे हैं, बल्कि वह नए मुकाम हासिल कर रहे हैं।
नेहा मीना को इसलिए मिला सम्मान
नेहा मीना को यह पुरस्कार आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम के तहत उत्कृष्ट प्रशासनिक कार्य के लिए दिया गया। उनके द्वारा संचालित मोती आई पहल एक सामुदायिक आधारित कुपोषण उन्मूलन मॉडल है, जिसके माध्यम से गंभीर कुपोषण की स्थिति में सुधार देखा गया। इस पहल ने कुपोषण की गंभीर समस्या को एक नई दिशा दी, और इसके परिणामस्वरूप झाबुआ जिले में कुपोषण की स्थिति में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। इस पहल के माध्यम से नेहा मीना ने प्रशासनिक क्षेत्र में एक नया मानक स्थापित किया है।
💫 प्रशासनिक उत्कृष्टता का सम्मान
— MP MyGov (@MP_MyGov) April 21, 2025
प्रधानमंत्री श्री @narendramodi द्वारा आज दिल्ली में #झाबुआ जिले की कलेक्टर नेहा मीणा जी को आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम के तहत प्रशासन में उल्लेखनीय कार्यों के लिए #प्रधानमंत्री_उत्कृष्टता_पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
यह सम्मान उनके समर्पण,… pic.twitter.com/1Q8KlY2aPZ
आईएएस नेहा मीना कौन हैं?
आईएएस नेहा मीना राजस्थान के मारवाड़ जंक्शन की रहने वाली हैं। उनका जन्म एक साधारण परिवार में हुआ था, जहां उनके माता-पिता का नाम कृष्णा देवी मीणा और चिमन सिंह मीणा था। उनकी बहन, डॉ. शकुंतला मीणा, एक पूर्व प्राचार्या हैं।
नेहा मीना ने अपनी शिक्षा इकॉनोमिक्स में मास्टर डिग्री तक की और 2014 में भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) के लिए चयनित हुईं। मसूरी में ट्रेनिंग के बाद उन्हें मध्य प्रदेश में पोस्टिंग मिली, जहां उन्होंने प्रशासनिक कार्यों में उत्कृष्टता प्राप्त की और लगातार सुर्खियों में बनी रहीं।
नेहा मीना की सफलता उनकी कठिन मेहनत और समर्पण का परिणाम है, जो समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए कार्यरत रहती हैं।
पीएम मोदी ने प्रशासनिक सुधारों को किया सराहा
प्रधानमंत्री मोदी ने सिविल सेवा दिवस के दौरान प्रशासनिक सुधारों के लिए की गई मेहनत को सराहा। उन्होंने कहा कि 2014 के बाद से प्रशासन में बदलाव की गति बढ़ी है और इसे तेजी से कार्य करने के लिए नए रूप में ढालने की आवश्यकता है। उन्होंने विशेष रूप से उन प्रशासनिक अधिकारियों का उल्लेख किया, जिन्होंने समाज में बदलाव लाने के लिए मेहनत की है।
समाज में सकारात्मक बदलाव की दिशा में प्रभावी कदम
प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि समाज के प्रत्येक वर्ग के लिए अवसर और समृद्धि सुनिश्चित करना हमारी जिम्मेदारी है। साथ ही उन्होंने युवा अधिकारियों से प्रशासन में नवाचार करने और जनता के हित में काम करने की अपील की।
नेहा मीना की तरह, कई प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा किए गए सुधारों और प्रयासों से समाज में बदलाव आ रहा है, और यह साबित होता है कि अच्छे प्रशासन से समाज में एक स्थिर और समृद्ध वातावरण तैयार किया जा सकता है।
सारांश: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिविल सेवा दिवस पर प्रशासनिक अधिकारियों की सराहना की और उन्हें विभिन्न पुरस्कारों से सम्मानित किया। मध्य प्रदेश की कलेक्टर आईएएस नेहा मीना को कुपोषण उन्मूलन की दिशा में उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए प्रधानमंत्री पुरस्कार 2024 से सम्मानित किया गया। उनकी "मोती आई" पहल ने झाबुआ जिले में कुपोषण की समस्या को सुलझाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
यह भी पढ़़ें...आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सम्मानित करेंगे एमपी के दो IAS नेहा मीना और डॉ. राहुल हरिदास फटिंग को
thesootr links
-
मध्य प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
-
छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
-
रोचक वेब स्टोरीज देखने के लिए करें क्लिक