PM मोदी ने रखी PKC योजना की आधारशिला, MP के 11 जिलों की बदलेगी किस्मत

राजस्थान के जयपुर में मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पार्बती-कालीसिंध-चंबल-ईआरसीपी (पीकेसी-ईआरसीपी) लिंक परियोजना का शिलान्यास किया।

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Raj Singh
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PAANI.
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राजस्थान के जयपुर में मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पार्बती-कालीसिंध-चंबल-ईआरसीपी (पीकेसी-ईआरसीपी) लिंक परियोजना का शिलान्यास किया। इस दौरान मोदी ने राजस्थान और मध्य प्रदेश के बीच फरवरी में हुए समझौते को पहली बार सार्वजनिक किया। इस कार्यक्रम में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव और राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा भी मौजूद थे।

सीएम मोहन यादव ने क्या कहा?

सीएम मोहन यादव ने कांग्रेस पर जोरदार हमला बोलते हुए कहा कि पानी भगवान की दया है, लेकिन अगर सरकार के माध्यम से पानी का सही तरीके से उपयोग किया जाए तो यह समाज के हित में है। यह परियोजना एक बड़ा फैसला था और राजस्थान और मध्य प्रदेश के बीच हुए समझौते को कांग्रेस सरकार ने कुछ कारणों से दो दशक तक लटकाए रखा। यह कहते हुए काफी दुख होता है कि हमने यह बहुत लंबा समय बर्बाद कर दिया है, लेकिन अब बदलाव का समय आ गया है जिसमें हमने फैसला लिया है। इस योजना को लेकर सीएम ने पीएम मोदी का धन्यवाद जताया।

कांग्रेस पर पीएम ने बोला हमला

सीएम मोहन यादव के अलावा राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने भी पीएम मोदी का धन्यवाद जताया। वहीं इस खास मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस कभी आपके जीवन से पानी की मुश्किलें कम नहीं करना चाहती थी। कांग्रेस समाधान के बजाय राज्यों के बीच जल विवाद को ही बढ़ावा देती रही। राजस्थान ने इस कूटनीति के कारण बहुत कुछ भुगता है। उन्होंने आगे कहा कि इस समझौते से राजस्थान और मध्य प्रदेश दोनों राज्य के विकास में तेजी आएगी। आज ही ईसरदा लिंक परियोजना का शिलान्यास हुआ है। इस समझौते से हरियाणा और राजस्थान को फायदा होगा।

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क्या है परियोजना?

पार्बती-कालीसिंध-चंबल-ईआरसीपी (PKC-ERCP) लिंक परियोजना मध्य प्रदेश में एक प्रमुख जल प्रबंधन परियोजना है। इसका उद्देश्य इन तीन नदियों – पार्बती, कालीसिंध, और चंबल – के जल का एक दूसरे से जोड़कर उपयोग करना है, जिससे इन क्षेत्रों में जल आपूर्ति, सिंचाई और अन्य विकास कार्यों के लिए पानी की उपलब्धता को बढ़ाया जा सके।

परियोजना का उद्देश्य

  • जल आपूर्ति बढ़ाना: यह परियोजना उन क्षेत्रों में जल संकट को दूर करने का लक्ष्य रखती है, जहां सूखा और जल की कमी प्रमुख समस्या बन चुकी है।
  • सिंचाई की सुविधा: इससे कृषि क्षेत्र में सिंचाई की सुविधा बढ़ाई जाएगी, जिससे किसानों को फसल उत्पादन में मदद मिलेगी।
    जल स्तर में सुधार: इसके माध्यम से जल स्तर में सुधार और जल संचयन की क्षमता बढ़ाने का प्रयास किया जाएगा।

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ईआरसीपी के तहत योजना की शुरुआत

  • ईआरसीपी (East Rajasthan Canal Project) के तहत यह परियोजना शुरू की गई है, जिसमें विभिन्न जलाशयों और नदियों को जोड़ने का प्रयास किया गया है।
  • इस परियोजना के माध्यम से मध्य प्रदेश की चंबल, कालीसिंध, और पार्बती नदियों के पानी को राजस्थान के विभिन्न हिस्सों में पहुंचाया जाएगा।
  • इस परियोजना से उन क्षेत्रों में जल संकट को काफी हद तक हल किया जा सकता है जो अक्सर सूखा और जल की कमी से जूझते हैं, विशेषकर राजस्थान के कुछ हिस्सों में। इसके अलावा, यह कृषि, उद्योग और घरेलू जल आपूर्ति के लिए भी मददगार साबित होगा।
  • बता दें कि इस योजना के तहत भारत सरकार एमपी के 11 जिलों और राजस्थान के 13 जिलों को पीने का पानी और सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध कराने के लिए एमपी और राजस्थान को 17,000 करोड़ रुपए का तोहफा देगी।

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