संजय गुप्ता, INDORE. इंदौर के एमजी रोड स्थित पंजाब ज्वेलर्स पर केस दर्ज किया गया है। नापतौल विभाग ने शनिवार शाम को छापा मारा और उस पर अमानक व असत्यापित वजन मशीन का उपयोग करने पर केस दर्ज किया है। साथ ही उसके यहां पर असत्यापित बाट भी पाए गए। यानी ज्वलेरी तौलने में पंजाब ज्वेलर्स द्वारा ठगी की जा रही है। नापतौल विभाग ने केस दर्ज कर लिया है। पंजाब ज्वेलर्स के डायरेक्टर दर्पण आनंद है।
सोना महंगा हुआ तो वजन कम बता दिया
ग्राहक द्वारा नापतौल विभाग में शिकायत की गई थी। इसमें बताया था कि एक साल पहले सोने की रिंग ली थी और इसमें नग लगा था, जिसका उस समय बिल में वजन 89 एमजी बताया गया। रिंग का कुल वजन 7 ग्राम 260 मिलीग्राम था। ग्राहक ने बताया कि मैं इसे बेचकर अन्य ज्वेलरी लेना चाहता था। जब बेचने के लिए वापस पंजाब ज्वेलर्स गया तो उन्होंने सोने का वजन कम करते हुए नग का वजन 450 मिलीग्राम बता दिया यानी करीब पांच गुना ज्यादा।
पर्ची पर अलग, कांटे पर अलग वजन
ग्राहक अंशुमन जाट ने 'द सूत्र' को बताया कि रिंग पर जो बिल पर वजन था वह 7.260 ग्राम था। मैं जब बेचने गया तो नग का वजन तो ज्यादा बताया ही, वहीं कांटे पर इस रिंग का वजन अब 7.240 ग्राम आया और वहीं पर्ची पर लिखकर दिया गया कि वजन 7.190 ग्राम है। इस तरह सोने का वजन काफी कम कर दिया गया। यह वह सभी ग्राहकों के साथ कर रहे हैं इसलिए शिकायत की और इसमें नापतौल विभाग ने पाया की वजन मशीन सही नहीं है।
नापतौल विभाग ने जांच की तो यह मिला
ग्राहक ने शिकायत कलेक्टर आशीष सिंह को भी की। शिकायत की जांच के लिए नापतौल की टीम ने एमजी रोड स्थित पंजाब ज्वेलर्स पर छापा मारा। यहां पर सभी वजन मशीनों की जांच की गई। तो इसमें पाया गया कि एक मशीन अमानक है और दूसरी असत्यापित है। यह गैरकानूनी है। साथ ही जो ज्वेलरी नापने के बाट है, वह भी नियमानुसार नहीं और असत्यापित है। नापतौल विभाग ने इन दोनों ही मामले में केस पंजीबद्ध कर लिया है। जांच टीम में उपनियंत्रक विभाग से प्रभारी उपनियंत्रक एसए खान के साथ केएस ठाकुर, केआर चौधरी व अन्य शामिल थे।