लोक निर्माण विभाग के उप सचिव एआर सिंह ने राजधानी भोपाल के चीफ इंजीनियर को एक पत्र जारी किया है। यह पत्र एक अनुशासनात्मक कार्यवाही के चलते जारी किया गया है। अब चीफ इंजीनियर बीपी बौरासी को इस मामले में लोक निर्माण विभाग के उप सचिव एआर सिंह को जवाब देना होगा।
जांच के दिए गए थे निर्देश
दरअसल टीकमगढ़ के चर्चित ठेकेदार और डिवाइन ग्रुप के मालिक अंशुल खरे समेत लोक निर्माण विभाग के दोषी चीफ इंजीनियर और डिप्टी इंजीनियर के खिलाफ एक मामले में जांच के निर्देश दिए गए थे। बताया जा रहा है चीफ इंजीनियर द्वारा अब तक किसी भी तरह की कोई जांच नहीं की गई है। इस संबंध में लोक निर्माण विभाग के उप सचिव ए आर सिंह ने चीफ इंजीनियर भोपाल को पत्र जारी किया है।
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क्या है पूरा मामला?
आपको बता दें कि लोक निर्माण विभाग संभाग टीकमगढ़ के कार्यक्षेत्र में बिना स्वीकृति व टेंडर के नवीन कार्यालय भवन निर्माण और आवासीय/अनावासीय भवनों की मरम्मत में 30 करोड़ की फर्जी सामग्री की जांच के लिए जांच समिति बनाई गई थी। इसमें बीपी बौरासी चीफ इंजीनियर (विजिलेन्स), आरजी कार्यपालन इंजीनियर संजय कुलकर्णी असिस्टेंट इंजीनियर को जांच सौंपी गई थी।
चीफ इंजीनियर बीपी बौरासी को गहन जांच कर 15 दिन में रिपोर्ट देने को कहा गया था। बताया जा रहा है कि इन्होंने अभी तक इस मामले में लोक निर्माण विभाग के उप सचिव एआर सिंह को अपनी रिपोर्ट नहीं सौंपी है। इसे देखते हुए लोक निर्माण विभाग के उप सचिव एआर सिंह ने पत्र जारी किया है। अब देखना होगा कि इस मामले में मुख्य चीफ इंजीनियर बीपी बौरासी उप सचिव को क्या जवाब देते हैं।
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