हाल ही में देश ने दशहरा का त्यौहार मनाया। दशहरा बुराई पर अच्छाई की जीत का त्यौहार माना जाता है। देश के अलग-अलग हिस्सों में लोगों ने रावण दहन करके इसे मनाया। हालांकि, इंदौर के देवगुराड़िया में रावण दहन को लेकर विवाद हो गया है। विवाद इतना बढ़ गया है कि नौबत FIR तक पहुंच गई है।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, इंदौर के देवगुराड़िया में रावण दहन का कार्यक्रम आयोजित किया गया था। यहां तक तो सब ठीक था, लेकिन उस रावण के दस सिरों में से दो पर कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा की तस्वीरें लगा दी गईं। इस बात पर अब कांग्रेस काफी नाराज है। उधर, रावण दहन के दौरान बनाए गए वीडियो के वायरल होने के बाद रविवार को बड़ी संख्या में कांग्रेसी थाने पहुंच गए।
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एफआईआर दर्ज कराने पहुंची कांग्रेस
इंदौर यूथ कांग्रेस के जिला अध्यक्ष दौलत पटेल ने आरोप लगाया कि दशहरा उत्सव समिति में भाजपा नेताओं की संलिप्तता है। उन्होंने जानबूझकर यह कृत्य किया। इंदौर ग्रामीण क्षेत्र के खुड़ैल थाने पर प्रदर्शन करते हुए कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने देवगुराड़िया दशहरा समिति के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की। हालांकि, पुलिस ने अभी तक एफआईआर दर्ज नहीं की है।
ओवैसी और ममता के चेहरे भी लगाए गए
रावण के दस सिरों पर न सिर्फ राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के चेहरे लगाए गए, बल्कि पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ( CM Mamta Banarjee ) और हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ( MP Asaduddin Owaisi ) के चेहरे भी सिर पर लगाकर जला दिए गए। इसको देखते हुए कांग्रेस नेताओं ने पुलिस को ज्ञापन सौंपकर मामले की जांच करने और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
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