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अमीन हुसैन : रतलाम में राजस्थान सरकार के शिक्षामंत्री मदनलाल दिलावर द्वारा एक वीडियो बयान में आदिवासी समुदाय के लोग जो हिन्दू धर्म को नहीं मानते हैं उन सबका डीएनए टेस्ट करवाया जाएगा। उनके बाप का पता लगवाया जाएगा। इस तरह की टिप्पणी कर हमारी भावनाओं को ठेस पहुंचाई गई।
हमारा समुदाय धर्मपूर्वी है जो प्राचीनकाल से अपनी स्वयं की संस्कृति, परम्परा व बोली है। जो सभी धर्मों से अलग करती है। संविधान के आर्टिकल 342 की परिभाषा अनुसार शिड्यूल्ड ट्राइब की विशिष्ट पहचान, परम्परा, बोली के बारे में बताया गया है इसके बावजूद हमारा समुदाय सभी धर्मों का सम्मान करते है।
हमारी आस्था, पहचान पर चोट पहुंचाई
शिक्षामंत्री को न आदिवासियों के लिए किए गए संवैधानिक प्रावधानों की जानकारी है और न ही हमारी संस्कृति से परिचित हैं। एक शिक्षामंत्री होने के नाते उन्होंने कभी शिक्षा व्यवस्था के बारे में बात नहीं की और हमारे डीएनए टेस्ट की बात कह रहे हैं। इस तरह के भड़काऊ भाषा का प्रयोग कर हमारी आस्था, पहचान पर चोट पहुंचाई है।
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शिक्षामंत्री को पद से हटाया जाए
मुख्यमंत्री से हमारी मांग है कि अविलम्ब शिक्षामंत्री को उनके पद से हटाया जाए। आदिवासी समुदाय से माफी मांगे अन्यथा पार्टी से निष्कासित कर हमें अनुग्रहित करें। आदिवासी छात्र संगठन के 20 से 30 छात्रों नेअपने डीएनए टेस्ट के लिए ब्लड सैंपल एवं हेयर सैंपल, नाखून सैंपल शिक्षा मंत्री मदन दिलावर के निजी निवास पर भेजेंगे।
शिक्षा मंत्री सोशल मीडिया पर हो रहे ट्रोल
आदिवासी समुदाय के खिलाफ विवादित टिप्पणी करने के बाद दिलावर का सोशल मीडिया पर जमकर विरोध किया जा रहा हैं। इसको लेकर सोशल मीडिया यूजर्स शिक्षा मंत्री दिलावर को जमकर ट्रोल कर रहे हैं।
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आदिवासी जाति हिंदू नहीं हैं शिक्षामंत्री मदनलाल आदिवासी समुदाय से माफी मांगे Rajasthan Education Minister Madanlal Dilawar