BHOPAL. पूर्व कैबिनेट मंत्री रामनिवास रावत, जो विजयपुर विधानसभा के उपचुनाव में हार का सामना कर चुके हैं। रावत ने अपनी हार का कारण भाजपा के अंदरूनी मतभेद और सहयोगियों द्वारा फैलाए गए भ्रम को बताया। रावत ने कहा कि चुनाव हारना एक प्रक्रिया है, लेकिन वे हमेशा जनता के दुख-सुख में खड़े रहेंगे और क्षेत्रीय विकास के लिए काम करते रहेंगे।
रामनिवास रावत ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का धन्यवाद करते हुए कहा कि मंत्री पद पर रहते हुए उन्होंने विजयपुर और श्योपुर के विकास का संकल्प लिया, जिसे वे अब भी पूरा करेंगे। उन्होंने स्पष्ट किया कि राजनीति में आने का उद्देश्य जनता की सेवा करना है, जिसे वे जीवन भर निभाते रहेंगे।
चुनाव हारने के पीछे के कारण
रावत ने आरोप लगाया कि भाजपा के अंदर ही कुछ लोगों ने भ्रम फैलाया और पार्टी के नेताओं को गुमराह किया। इन कारणों से उनका साथ छोड़ने वालों की वजह से चुनाव में हार हुई। रावत ने कहा कि वह इस पूरे प्रकरण की रिपोर्ट मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष को सौंपेंगे।
इस्तीफा और आगे की योजना
चुनाव हारने के बाद रामनिवास रावत ने तुरंत अपने कैबिनेट मंत्री पद से इस्तीफा दिया है और अब उनके बयान से ऐसा लग रहा है कि वे अपने क्षेत्र में सरकार के विकास के एजेंडे पर काम करते रहेंगे। रावत ने कहा कि भाजपा में शामिल होने के बाद कुछ लोगों ने यह भ्रम फैलाया कि अगर जीतने के बाद रामनिवास मंत्री बन गए तो क्षेत्र में कोई भी नेता का कद नहीं बढ़ पाएगा और क्षेत्र के नेताओं की राजनीति समाप्त हो जाएगी। इसी भ्रम से कुछ लोगों ने साथ छोड़ दिया और जनता की वजह से नहीं उन्हीं लोगों की वजह से हारा हूं। जिन्होंने मेरा चुनाव में साथ छोड़ दिया था।
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