BHOPAL. मध्यप्रदेश के रायसेन जिले के रातापानी अभयारण्य ( Ratapani Sanctuary ) में बाघिन और 6 माह के शावक का शव मिला है। घटनास्थल पर पहुंची वन अमला की टीम मौका मुआयना कर दोनों शवों को कब्जे में लिया। वहीं वन विभाग का कर्मचारी अब मृत बाघिन के दो अन्य शावकों की तलाश कर रहे हैं।
अभयारण्य के दाहोद रेंज में मिला बाघिन का शव
जानकारी के अनुसार यह घटना रातापानी अभयारण्य के दाहोद रेंज की है। दरअसल, वन विभाग की टीम को पेट्रोलिंग के दौरान दो शावक घूमते नजर आए। जब मां की तलाश की गई तो दाहोद रेंज में बाघिन का शव मिला, जो कि तीन दिन पुराना बताया जा रहा है। वहीं झिरी गांव के ऊपर ग्रामीणों ने एक शावक की सूचना विभाग को दी। जब तक टीम वहां पहुंची, उसकी भी मौत हो चुकी थी।
शावकों को बचाने के संघर्ष में हुई बाघिन की मौत
अधिकारी सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे और मुआयना किया। जिसके बाद दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। इसके बाद उनका दाह संस्कार किया गया। प्रारंभिक जांच में सामने आया कि शावकों को बाघ या तेंदुए से बचाने के संघर्ष में बाघिन की मौत हुई है, जबकि शावक की मौत सदमे से होना बताया जा रहा है। वन विभाग की टीम बाघिन की सर्चिंग 1 मई से कर रहा था। वहीं अब विभाग के लिए बचे हुए दो शावकों को बचाने की चुनौती है।
शिकार की आशंका नहीं है
रातापानी सेंचुरी के अधीक्षक सुनील भारद्वाज ने बताया कि बाघिन की सर्चिंग 1 मई से की जा रही थी। उसका शव गर्मी की वजह से डीकंम्पोस्ड हो गया है। पोस्टमार्टम रविवार को होगा। प्रारंभिक जांच में सामने आया कि बच्चों को दूसरे बाघ से बचाने के संघर्ष में बाघिन की जान गई। वहीं शावक की मौत सदमे से हुई। वन विभाग की टीम पहुंची तो शावक पत्थर के नीचे दुबक गया। वहीं भोपाल फॉरेस्ट सर्किल के सीसीएफ राजेश खरे ने कहा कि शावक और बाघिन के अंग सुरक्षित हैं। शिकार की आशंका नहीं है।