मध्य प्रदेश के रातापानी सेंचुरी को टाइगर रिजर्व के रूप में स्थापित करने में अधिकारियों द्वारा ढिलाई की जा रही है। ऐसे में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ( CM Mohan Yadav ) ने अधिकारियों पर कड़ी नाराजगी जताई है। सीएम ने अफसरों से सवाल किया कि रातापानी टाइगर रिजर्व ( Ratapani Tiger Reserve ) के गठन का नोटिफिकेशन अब तक क्यों जारी नहीं हो सका है, जबकि तीन महीने पहले ही स्टेट बोर्ड की सहमति मिल चुकी थी।
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मैं बहाने सुनने का आदी नहीं हूं - सीएम
मप्र स्टेट वाइल्ड लाइफ बोर्ड ( State Wildlife Board ) की 26वीं बैठक का आयोजन शुक्रवार को सीएम हाउस में किया गया। इस बैठक दौरान सीएम ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि वे बहाने सुनने के आदी नहीं हैं। इसके साथ ही उन्होंने अधिकारियों से इस ढिलाई के कारणों की तुरंत जांच करने का निर्देश दिया।
केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय ने इस प्रस्ताव को 2022 में ही मंजूरी दे दी थी, लेकिन इसके बावजूद अब तक नोटिफिकेशन जारी नहीं किया जा सका है। अधिकारियों की ओर से संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर मुख्यमंत्री ने उन्हें सख्त नसीहत दी।
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माधव नेशनल पार्क पर चर्चा
बैठक में शिवपुरी के माधव नेशनल पार्क ( Madhav National Park ) को टाइगर रिजर्व ( Tiger Reserve ) बनाने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी गई। इसमें पार्क का क्षेत्रफल बढ़ाने की योजना शामिल है।
औपचारिकताओं को शीघ्र पूरा करने के निर्देश
बैठक में सीएम नें रातापानी टाइगर रिजर्व के गठन की प्रक्रिया को तेजी से आगे बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर दिया। पर्यावरण संरक्षण और वन्यजीव संरक्षण के इस महत्वपूर्ण कदम में हो रही देरी पर सीएम ने कहा कि प्रशासनिक औपचारिकताओं को जल्द से जल्द पूरा किया जाना चाहिए, ताकि वन्यजीवों की सुरक्षा और संरक्षण के लिए यह महत्वपूर्ण पहल समय पर पूरी हो सके।
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