रतलाम के जावरा फाटक से सेजावता फंटे तक बन रहे 4.12 किमी लंबे फोरलेन के निर्माण में पहलवान बाबा की दरगाह का हिस्सा बाधा बन रहा था। प्रशासन ने बुधवार 27 नवंबर को कोर्ट के आदेश के बाद दरगाह के बाहरी हिस्से को हटा दिया, लेकिन मजार को सुरक्षित रखा। कार्रवाई के बाद क्षेत्र को साफ किया गया और मजार पर फूल चढ़ाए गए। यह 4.12 किमी लंबा फोरलेन जावरा फाटक से सेजावता फंटे तक बनाया जा रहा है, जिससे यातायात में सुधार होगा। इस निर्माण में दरगाह के अलावा हनुमान मंदिर का एक हिस्सा भी बाधा बन रहा था, जिसे प्रशासन ने पूर्व में हटा दिया।
फोरलेन निर्माण के लिए दरगाह हटाने की प्रक्रिया
रतलाम में फोरलेन के बीच आ रही दरगाह को हटाने को लेकर प्रशासन और मुस्लिम समाज के बीच सहमति बनी थी। 9 नवंबर को हुई बैठक के बाद दरगाह का एक हिस्सा छोड़ा गया, लेकिन बाद में मुस्लिम पक्ष कोर्ट चला गया। कोर्ट ने पहले 13 नवंबर को स्टे दिया, लेकिन 26 नवंबर को स्टे खारिज कर दिया गया। इसके बाद प्रशासन ने बाकी हिस्से को हटा दिया।
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मामले की प्रमुख घटनाएं
9 नवंबर: प्रशासन, दरगाह कमेटी और शहर काजी की बैठक।
13 नवंबर: कोर्ट ने यथा स्थिति बनाए रखने का आदेश दिया।
26 नवंबर: कोर्ट ने स्टे खारिज कर तहसीलदार की कार्रवाई को सही ठहराया।
27 नवंबर: प्रशासन ने दरगाह के बाहरी हिस्से को हटाने की प्रक्रिया पूरी की।
हल्का विरोध भी हुआ
प्रशासन ने बताया कि बैठक में दरगाह का एक हिस्सा सुरक्षित रखने पर सहमति बनी थी। हालांकि, कुछ लोगों ने इस कार्रवाई को अवैध बताया। तहसीलदार ऋषभ ठाकुर ने स्पष्ट किया कि कोर्ट के आदेश के बाद ही कार्रवाई की गई।
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