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अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) भोपाल ने मध्य भारत में पहली बार सफल रोबोटिक स्पाइन सर्जरी (Robotic Spine Surgery) की है। अत्याधुनिक तकनीक से की गई इस सर्जरी में 21 करोड़ रुपए के रोबोट का इस्तेमाल किया गया। लगभग 3.5 लाख रुपए में होने वाली इस सर्जरी में मरीज का एक भी रुपया नहीं लगा। मरीज की सर्जरी आयुष्मान भारत योजना के तहत मुफ्त में की गई।
एम्स भोपाल में पहली बार रोबोटिक स्पाइन सर्जरी
एम्स भोपाल (AIIMS Bhopal) ने चिकित्सा जगत में एक नई उपलब्धि हासिल की है। यहां पहली बार रोबोटिक तकनीक की मदद से रीढ़ की हड्डी की जटिल सर्जरी (Spine Surgery) सफलतापूर्वक की गई। इस सर्जरी में 21 करोड़ रुपए की लागत वाले अत्याधुनिक रोबोट का उपयोग किया गया। हालांकि एमपी के दूसरे निजी अस्पतालों में पहले भी इस तरह की सर्जरी हो चुकी हैं।
मरीजों की वेटिंग होगी कम
एम्स के डॉक्टरों के अनुसार, रोबोटिक सर्जरी के चलते अब चार गुना ज्यादा सर्जरी संभव हो सकेंगी। पारंपरिक सर्जरी के मुकाबले इस तकनीक से समय की बचत होती है और सर्जरी में गलती की संभावना भी कम होती है। इससे मरीजों की वेटिंग लिस्ट भी कम होगी साथ ही उन्हें बेहतर रिजल्ट मिलेंगे।
रिकवरी में केवल एक सप्ताह
डॉक्टरों के अनुसार, यदि यह सर्जरी पारंपरिक तरीके से की जाती, तो मरीज को पूरी तरह ठीक होने में महीनों लग सकते थे। लेकिन रोबोटिक तकनीक (Robotic Technology) की मदद से मरीज को सामान्य सर्जरी की तुलना में लगभग एक सप्ताह कम लगेगा।
3.5 लाख की सर्जरी, नहीं लगा एक भी रुपया
इस ऑपरेशन की अनुमानित लागत करीब 3.5 लाख रुपए थी, लेकिन मरीज को यह इलाज आयुष्मान भारत योजना (Ayushman Bharat Yojana) के तहत मुफ्त में मिला। आर्थिक रूप से कमजोर मरीजों के लिए यह सुविधा किसी वरदान से कम नहीं है।
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क्या है रोबोटिक स्पाइन सर्जरी?
रोबोटिक स्पाइन सर्जरी (Robotic Spine Surgery) में कंप्यूटर और रोबोटिक सिस्टम की मदद से रीढ़ की हड्डी की जटिल सर्जरी की जाती है। यह तकनीक सर्जरी को अधिक सटीक और सुरक्षित बनाती है। इसमें सर्जन पूरी प्रक्रिया को नियंत्रित करता है और 3D इमेजिंग (3D Imaging) के जरिए ऑपरेशन को ज्यादा प्रभावी बनाता है।
रोबोटिक सर्जरी मामले में भारत 7 वें स्थान पर
रिपोर्ट के अनुसार, भारत में रोबोटिक सर्जरी का बाजार हर साल 18 प्रतिशत की दर से बढ़ रहा है। वित्त वर्ष 2029 तक इसका कुल मूल्य 68 करोड़ डॉलर तक पहुंचने की संभावना है। भारत दुनिया में रोबोटिक सर्जरी करने के मामले में 7 वें स्थान पर है हालांकि दुनिया के देशों के मुकाबले यहां रफ्तार कम है।
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