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कन्फेक्शनरी कारोबारी संजय जैसवानी ( sanjay jaiswani ) से पीड़ित रश्यिन नागरिक पर दबाव बनाने और धमकाने की कोशिश की गई है। यह कोशिश उन पर पाकिस्तान के नंबर से फोन करके हुई है। उनके साथ रहने वाले अकाउंटेंट को वाट्सअप कॉल आया। कॉल में पत्नी और बेटी के नाम पर धमकाने की कोशिश की गई।
पाकिस्तान के इस नंबर से यह बोला गया
रश्यिन नागरिक गौरव अहलावत, जिसकी जीआरवी बिस्किट कंपनी को जैसवानी ग्रुप ने कब्जे में लिया है। अहलावत ने आरोप लगाए हैं कि जैसवानी के लोगों ने उन्हें बंधक बनाकर मारा-पीटा और उन्हें लूटा भी गया। शनिवार को मोबाइल नंबर (92)3116119228 से उनके साथ रहने वाले अकाउंटेंट विजय को वाट्सअप कॉल आया। यह 92 कोड पाकिस्तान का है।
कॉल पर बोला गया कि मैं डीएसपी रवि कुमार सिटी थाना बोल रहा हूं, आपकी पत्नी और बेटी का नाम यह है ना। इस पर अकाउंटेंट ने कहा कि आपको मुझसे काम है तो मुझसे बात कीजिए, मेरे परिवार वालों के बार में क्यों बोल रहे हो। सामने वाले ने भी धमकाने के हिसाब से कहा कि जो पूछ रहा हूं वह बताओ, इसी बहस के बाद फोन कट गया।
फोन डिजिटल अरेस्ट के लिए या फिर धमकाने के लिए
अहलावत द्वारा जिस तरह से जैसवानी के खिलाफ मुद्दा उठाया गया है, साथ ही पुलिस कमिशनर राकेश गुप्ता के बाद उद्योगपतियों ने शिकायत की है, इसके बाद इसमें धमकाए जाने की आशंका भी बनी हुई है। धमकाने के लिए या डिजिटल अरेस्ट कर राशि वसूलने के लिए इस तरह के फोन आ रहे हैं। इसमें पाकिस्तान और यूएई के नंबर का ही अधिक उपयोग हो रहा है।
पीड़ित को यह है आशंका
पीड़ित अहलावत को आशंका है कि उन्हें धमकाने के लिए यह फोन आया है, नहीं तो इस तरह के कॉल अभी आने का कोई मतलब नहीं है। मैंने रश्यिन एंबेसी में भी शिकायत की हुई है। इसमें आगे कार्रवाई में मदद के लिए वहां से पत्र आ गया है। मैं दब नहीं रहा हूं, इसलिए यह सब किया जा रहा है।