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भोपाल की अरेरा कॉलोनी स्थित एचडीएफसी बैंक में चेतन सिंह गौर के नाम से 2.30 करोड़ की फिक्स्ड डिपॉजिट पाई गई है। इसके अलावा उनके चार अन्य खातों में 1.2 करोड़ की एफडी भी दर्ज है। ईडी द्वारा अदालत में प्रस्तुत रिपोर्ट के अनुसार, ₹8.29 करोड़ से अधिक की एफडी और नकदी अलग-अलग खातों में जमा थी, जिसे फ्रीज किया गया है। यह राशि मनी लॉन्ड्रिंग के संदेह में फ्रीज की गई है।
58 खातों में इनके नाम
चार्जशीट के अनुसार, 58 बैंक खातों को फ्रीज किया गया है। इनमें सौरभ शर्मा, उमा शर्मा, दिव्या तिवारी, रेखा तिवारी, रोहित तिवारी, चेतन सिंह गौर, शरद जायसवाल, कृष्ण जायसवाल और अनुभा तिवारी जैसे नाम शामिल हैं।
दुबई में 150 करोड़ के विला का खुलासा
ईडी की चार्जशीट में दावा किया गया है कि सौरभ शर्मा ने दुबई में 150 करोड़ रुपए का विला खरीदा है। इसके साथ ही मनी लॉन्ड्रिंग के जरिए अर्जित अन्य संपत्तियों का भी ब्योरा रिपोर्ट में शामिल है।
चार्जशीट में कंपनियों के डायरेक्टर भी नामजद
चार्जशीट में सौरभ शर्मा समेत 11 प्रमुख व्यक्तियों को आरोपी बनाया गया है, जिनमें कई कंपनियों के डायरेक्टर भी शामिल हैं। इन्हें बनाया गया आरोपी
- सौरभ शर्मा
- शरद जायसवाल
- चेतन सिंह गौर
- उमा शर्मा
- दिव्या तिवारी
- विनय हासवानी
- रोहित तिवारी
- प्यारेलाल केवट
- कृष्ण जायसवाल
- शैलेंद्र बागरी
- विशाल शंकर सोमवंशी
अविरल और इंस्टैंट यूआर कंपनियों के डायरेक्टरों पर भी आरोप
चार्जशीट में अविरल बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन प्रा. लि. के डायरेक्टर शरद जायसवाल और चेतन सिंह गौर, इंस्टैंट यूआर इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रा. लि. के डायरेक्टर रोहित तिवारी और अविरल इंटरप्राइजेज लि. की डायरेक्टर दिव्या तिवारी पर भी आरोप दर्ज किए गए हैं।
दिसंबर-जनवरी में हुई लगातार सर्चिंग
ईडी ने 27 दिसंबर 2024 से 17 जनवरी 2025 तक सौरभ शर्मा और अन्य सहयोगियों के ठिकानों पर छापेमारी की। जिन तारीखों में कार्रवाई हुई, वे इस प्रकार हैं:
27 दिसंबर 2024: सौरभ शर्मा, उमा शर्मा, रेखा तिवारी, रोहित तिवारी, शरद जायसवाल, चेतन सिंह गौर के ठिकानों पर सर्चिंग
28 दिसंबर 2024: दिव्या तिवारी और स्काई लोक सिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड के ठिकानों पर कार्रवाई
8 जनवरी 2025: कृष्ण जायसवाल के बैंक लॉकर की सर्चिंग
17 जनवरी 2025: विनय हासवानी, उनके पिता लीलाराम हासवानी, नवोदय कैंसर अस्पताल, डॉ. श्याम अग्रवाल, कमलेश अरोरा व उनके परिवार, शैलेंद्र बागरी (भोपाल) और विशाल शंकर सोमवंशी (पुणे) के ठिकानों पर कार्रवाई की।
क्या है मामला?
बता दें लोकायुक्त पुलिस ने 17 दिसंबर को आरटीओ के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा के दो ठिकानों पर छापा मारा था। इस कार्रवाई में अधिकारियों को 4 करोड़ रुपये नकद, 245 किलो चांदी, सोने-हीरे के आभूषण, कई संपत्तियों के दस्तावेज और नोट गिनने वाली सात मशीनें बरामद हुई थीं। इसके कुछ समय बाद आयकर विभाग को भोपाल के एक जंगल क्षेत्र में लावारिस खड़ी एक कार से 52 किलो सोना और 11 करोड़ रुपये नकद मिले। यह कार चेतन सिंह गौर के नाम पर रजिस्टर्ड थी। इसके बाद ईडी, लोकायुक्त और आयकर विभाग की संयुक्त कार्रवाई में सौरभ शर्मा के भोपाल, ग्वालियर और पुणे स्थित ठिकानों पर भी छापेमारी की गई।
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