/sootr/media/media_files/2025/01/02/6XOdlAZhnpqRjg1Tw65r.jpg)
परिवहन विभाग के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा और उनके सहयोगियों के यहां ईडी के छापे में आखिर कितनी नकदी मिली, इसे लेकर संशय उत्पन्न हो गया है। सोमवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोशल मीडिया पर जानकारी दी थी कि सौरभ शर्मा और उनके सहयोगी चेतन सिंह गौर, शरद जायसवाल और रोहित तिवारी के 8 ठिकानों पर छापेमारी की गई।
इसमें चेतन सिंह के नाम पर 6 करोड़ की एफडी, सौरभ शर्मा के परिजनों के नाम पर बैंक खातों में 4 करोड़ रुपए और 23 करोड़ रुपए की संपत्ति से संबंधित दस्तावेज मिले हैं। हालांकि, मंगलवार को ईडी ने जानकारी दी कि छापेमारी में 6 करोड़ की एफडी, 4 करोड़ रुपए बैंक खातों में, 50 लाख की अचल संपत्ति और 23 करोड़ रुपए की नकदी बरामद हुई है। फिर एक जनवरी को यह पोस्ट सोशल मीडिया से हटा दी गई। इसके बाद बुधवार को ईडी ने एक बार फिर से 23 करोड़ रुपए की संपत्ति का उल्लेख किया। ऐसे में ईडी 48 घंटे में तीसरी बार अपने आंकड़े बदले हैं।
पहले ED ने 23 करोड़ रुपए नकद मिलने की दी थी जानकारी
इससे पहले, 31 दिसंबर को ED ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सौरभ शर्मा के खिलाफ कार्रवाई की जानकारी दी थी। पोस्ट में कहा गया था, “ईडी भोपाल ने सौरभ शर्मा और उनके सहयोगियों के खिलाफ 27 दिसंबर 2024 को मध्य प्रदेश के भोपाल, ग्वालियर और जबलपुर जिलों में पीएमएलए, 2002 के तहत तलाशी अभियान चलाया। इस दौरान सौरभ शर्मा के सहयोगी चेतन सिंह गौर के नाम पर 6 करोड़ रुपये की सावधि जमा, सौरभ शर्मा के परिवार के नाम पर 4 करोड़ रुपये का बैंक बैलेंस और 50 लाख रुपये की अचल संपत्ति/संपत्ति से जुड़ी जानकारी प्राप्त हुई। इसके अलावा ईडी ने बताया था कि इस दौरान 23 करोड़ रुपए कैश भी मिले हैं।
1 जनवरी को पोस्ट डिलीट कर 23 करोड़ की संपत्ति बताई
31 दिसंबर को ईडी ने 23 करोड़ की नकदी बरामद होना बताया था। फिर एक जनवरी को यह पोस्ट सोशल मीडिया से हटा दी गई। इसके बाद बुधवार को ईडी ने एक बार फिर से 23 करोड़ रुपए की संपत्ति का उल्लेख किया।
30 दिसंबर को ED ने 23 करोड़ की संपत्ति का उल्लेख किया
इससे पहले 30 दिसंबर को ED ने ट्वीट कर सौरभ शर्मा के खिलाफ छापेमारी का खुलासा किया था। ED ने बताया था कि भोपाल, ग्वालियर और जबलपुर जिलों में सौरभ शर्मा के सहयोगी चेतन सिंह के नाम पर 6 करोड़ रुपए की एफडी, 4 करोड़ रुपए का बैंक बैलेंस और 23 करोड़ रुपए से अधिक की अचल संपत्तियों के दस्तावेज जब्त किए गए।
लाल डायरी को लेकर राजनीति गरमाई
सौरभ शर्मा के घर से जब्त लाल डायरी को लेकर राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है। पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने दावा किया था कि इस डायरी में 2 हजार करोड़ के संदिग्ध लेन-देन के आंकड़े हैं। वहीं, पूर्व मंत्री गोपाल भार्गव ने कहा कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है, और उनका नाम इस डायरी में नहीं होगा। भाजपा प्रदेश महामंत्री भगवान दास सबनानी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए पूछा कि भ्रष्टाचार के ये तरीके किसकी सरकार में कब-कब अपनाए गए थे।
कांग्रेस ने लोकायुक्त की ED जांच की की मांग
कांग्रेस प्रवक्ता केके मिश्रा ने लोकायुक्त की ED जांच की मांग की है। उन्होंने आरोप लगाया कि सौरभ शर्मा और उनके सहयोगियों के खिलाफ की गई कार्रवाई में कई बड़े खुलासे हो सकते हैं।
thesootr links
- मध्य प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- रोचक वेब स्टोरीज देखने के लिए करें क्लिक