BHOPAL. राजधानी भोपाल में परिवहन विभाग के मास्टर माइंड और काला धन मामले में वांछित सौरभ शर्मा के ठिकानों पर ईडी ने दबिश दी है। उसके कई ठिकानों पर छानबीन की जा रही है। यह कोई पहला मामला नहीं है, जब मध्यप्रदेश में ईडी की एंट्री हुई है। इससे पहले भी कई मामलों में प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी ने कार्रवाई की है। 'द सूत्र' 2024 के मध्यप्रदेश के कुछ बड़े मामले यहां रिकॉल कर रहा है। इन मामलों से सियासत से लेकर अफसरों तक में हड़कंप रहा है।
पढ़िए ये खास रिपोर्ट...
पीपुल्स ग्रुप पर कार्रवाई
ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग केस में राजधानी भोपाल स्थित पीपुल्स ग्रुप की 280 करोड़ रुपए की संपत्ति कुर्क की। ग्रुप को विदेशी निवेशकों से 494 करोड़ रुपए का निवेश मिला था, लेकिन इस राशि का गलत इस्तेमाल कर इसे निजी लाभ के लिए खर्च किया गया। मामले की जांच के दौरान पता चला कि इस फंड का उपयोग संदिग्ध तरीके से किया गया, जिससे कंपनी के शेयरधारकों को नुकसान हुआ।
नारायण निर्यात इंडिया प्राइवेट लिमिटेड
भोपाल में नारायण निर्यात इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (NNIPL) के खिलाफ ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत कार्रवाई करते हुए 26.53 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त की। कंपनी ने 110.50 करोड़ का लोन लिया था, लेकिन इसका उपयोग निजी सुविधाओं और अन्य प्रोजेक्ट्स में किया गया। साथ ही लोन के लिए फर्जी दस्तावेज पेश किए गए।
एक्सेल व्हीकल प्राइवेट लिमिटेड
ईडी ने भोपाल स्थित एक्सेल व्हीकल प्राइवेट लिमिटेड पर छापा मारकर 25 लाख रुपए नकद और 85 लाख की ज्वेलरी और आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए। जांच में कंपनी पर बैंक धोखाधड़ी और संदिग्ध वित्तीय गतिविधियों के आरोप सामने आए। अरेरा काॅलोनी स्थित सीए के निवास और ऑफिस पर दस्तावेज खंगाले गए थे।
मनोज परमार मामला
भोपाल ईडी की टीम ने सीहोर के कारोबारी मनोज परमार की कई चल-अचल और बेनामी संपत्तियों के दस्तावेज जब्त किए। साथ ही साढ़े तीन लाख रुपए का बैंक बैलेंस भी फ्रीज किया। इस घटनाक्रम के बाद मनोज और उनकी पत्नी ने आत्महत्या कर ली। मामले ने तूल पकड़ा। इसके बाद राहुल गांधी ने भी मनोज के बच्चों से बात की।
आरजीपीवी घोटाला
राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (आरजीपीवी) में घोटाले के मामले में ईडी ने भोपाल और नर्मदापुरम के पिपरिया और सोहागपुर में छापे मारे। निलंबित रजिस्ट्रार और अन्य अधिकारियों से जुड़े ठिकानों पर दस्तावेज खंगाले गए। निलंबित रजिस्ट्रार आरएस राजपूत, पूर्व कुलपति सुनील कुमार, एक्सिस बैंक पिपरिया के तत्कालीन मैनेजर राम रघुवंशी, दलित संघ सोहागपुर के सचिव रतन उमरे और उनसे जुड़े लोगों के ठिकानों पर छापेमार कार्रवाई की गई।
इंदौर में कार्रवाई
इंदौर में ईडी की टीम ने कांग्रेस नेता गोलू अग्निहोत्री के यहां छापे डाले। टीम ने कारोबारी और रुचि सोया के पूर्व मालिक उमेश शाहरा के यहां छापामार कार्रवाई की। उमेश शाहरा पर 2021 में 58 करोड़ रुपए के लोन घोटाले को लेकर एफआईआर हुई थी। बैंक ऑफ बड़ौदा के डीजीएम राजेश डी. शर्मा ने 29 मई, 2021 को मेसर्स रुचि ग्लोबल लिमिटेड और उसके कर्ताधर्ता उमेश शाहरा (ओल्ड पलासिया एबी रोड इंदौर), साकेत बड़ौदिया (मालीपुरा मैनरोड इंदौर) आशुतोष मिश्रा स्कीम-114 और अन्य के खिलाफ फर्जीवाड़े की शिकायत दर्ज करवाई थी।
उज्जैन सट्टेबाजी मामला
उज्जैन में ऑनलाइन क्रिकेट सट्टेबाजी की कार्रवाई के बाद प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने ऑनलाइन क्रिकेट और टेनिस सट्टेबाजी के मामले में इंदौर, उज्जैन और लुधियाना में दबिश देकर सर्च ऑपरेशन किया। कार्रवाई के दौरान 31 लाख रुपए जब्त किए गए। साथ ही 8 करोड़ रुपए निवेश की राशि को फ्रीज किया गया। ईडी ने 12 दिसंबर को उज्जैन, इंदौर और लुधियाना में पांच स्थानों पर सर्च ऑपरेशन किया था।
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