सावन के महीने में उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में आने वाले शिव भक्तों ने भरपूर चढ़ावा चढ़ाया है। सावन महीने में महाकाल मंदिर में 15 करोड़ 64 लाख 53 हजार से ज्यादा की चढ़ोतरी हुई है। महाकालेश्वर मंदिर समिति भादो मास में जो भी श्रद्धालु आएंगे उनके लिए और भी बेहतर इंतजाम करेगी इसको लेकर तैयारी शुरू कर दी है।
महाकाल लोक निर्माण के बाद लगातार बढ़ी आवक
गणेश कुमार धाकड़ जो महाकालेश्वर मंदिर समिति के प्रशासक ने आमदनी के बारे में बताया कि मंदिर में 22 जुलाई से 19 अगस्त 2024 के बीच 15 करोड़ 64 लाख 53,137 रुपये की इनकम हुई है। धाकड़ ने कहा कि महाकाल लोक के निर्माण के बाद से महाकालेश्वर मंदिर की आमदनी लगातार बढ़ती जा रही है। मंदिर समिति श्रद्धालुओं की सुविधा का पूरा ध्यान रखते हुए लगातार आवश्यक इंतजाम भी कर रही है इससे भक्तों की संख्या में और बढ़ोतरी हो रही है।
7 करोड़ रुपए से ज्यादा की प्रसाद की भेंट
महाकाल मंदिर समिति के अध्यक्ष और कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने बताया कि महाकाल मंदिर भक्तों के आकर्षण का विशेष केंद्र बन गया है। यहां हर रोज बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं और महाकाल का प्रसाद भी ले जाते हैं। महाकालेश्वर मंदिर में आने वाली आमदनी का बड़ा हिस्सा महाकाल की प्रसादी से आता है। सावन के पूरे एक महीने में महाकाल मंदिर समिति ने 7 करोड़ 8 लाख 82 हजार रुपए से ज्यादा का प्रसाद सेल किया गया है।
अलग-अलग मद में इतनी हुए आमदनी
सावन के एक महीने में महाकालेश्वर मंदिर के काउंटर में 26 लाख 928 हजार 66 रुपए की भेंट आई। इसके अलावा वीआईपी दर्शन से 4 करोड़ 63 लाख 12 हजार रुपये की आय हुई। उज्जैन दर्शन बस का किराया 77 हजार142 रुपए की आमदनी हुए, जबकि सवारी से 5 हजार 505 रुपए की भेंट राशि प्राप्त हुई है। महाकालेश्वर मंदिर की पंडित सूर्य नारायण धर्मशाला से 3 लाख 95 हजार रुपे की इनकम हुई, जबकि अन्य दर्शन व्यवस्था से 19 लाख 60 हजार रुपए से ज्यादा की आय हुई है। अन्न क्षेत्र में 10 लाख 21 हजार रुपए का दान आया, जबकि ऑनलाइन 11 लाख 68 हजार और गर्भ ग्रह की पेटी में 19 लाख 22 हजार रुपए का दान आया है। मंदिर की अन्य दान पेटियों में 2 करोड़ 95 लाख 21 हजार रुपए की धनराशि प्राप्त हुई है।