3 अक्तूबर यानी गुरुवार से शारदीय नवरात्रि 2024 ( Shardiya Navratri 2024 ) का पर्व प्रारंभ हो रहा है। 9 दिवसीय नवरात्रि पर्व में मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है। इस मौके पर लोग देवी मां के मंदिरों के दर्शन के लिए जाते हैं। देश भर में कई प्रसिद्ध और प्राचीन देवी मंदिर है,जहां की महिमा विश्व विख्यात है। कई देवी मंदिर विदेशों में भी मौजूद हैं। सनातन धर्म में मान्यता है कि माता सती के जिन स्थानों पर अंग गिरे, वह शक्तिपीठ बन गए। भारत में ऐसे 52 शक्तिपीठ भी हैं। मध्य प्रदेश के रहने वाले हैं तो आपको कहीं दूर जाने की जरूरत नहीं। जबलपुर में चामुंडा मंदिर, इंदौर में बिजासन माता मंदिर, सतना में मैहर माता मंदिर समेत कई देवी मंदिरों के दर्शन का मौका मिल सकता है। आइए जानते है मध्य प्रदेश में स्थित देवी के मशहूर मंदिर और शक्तिपीठ के बारे में।
शोण देव नर्मदा शक्तिपीठ
मध्य प्रदेश के अमरकंटक ( Amarkantak ) में माता सती का दायां नितंब गिरा था। यहां पर नर्मदा नदी का उद्गम होने के कारण माता को नर्मदा स्वरूप में पूजा जाता है। इसे शोणाक्षी शक्तिपीठ ( Shonakshi Shaktipeeth ) भी कहते हैं।
हरसिद्धि देवी शक्तिपीठ
एमपी के उज्जैन में हरसिद्धि देवी शक्तिपीठ ( Harsiddhi Devi Shaktipeeth ) है। मान्यता है कि यहां पर माता सती की कोहनी गिरी थी। कहा जाता है कि माता रात में उज्जैन में और दिन में गुजरात निवास करती हैं।
मैहर देवी मंदिर
मध्य प्रदेश के सतना जिले में प्रसिद्ध मैहर माता मंदिर ( Maihar Mata Temple ) है, जो कि त्रिकुट पहाड़ी पर स्थित है। कहते हैं कि यहां माता सती का हार गिरा था, इसलिए इस स्थान का नाम मैहर पड़ा। इस मंदिर में भक्तों को 1000 सीढ़ियां चढ़कर माता के दरबार में जाना पड़ता हैं।
चौसठ योगिनी मंदिर
भेड़ाघाट में माता का लोकप्रिय चौसठ योगिनी मंदिर ( Chausath Yogini Temple ) है, जिसका निर्माण 10वीं शताब्दी के आसपास हुआ था। कहा जाता है कि यहां देवी दुर्गा के साथ 64 योगिनियां निवास करती हैं।
माता पीतांबरा पीठ
मध्य प्रदेश के दतिया में मां पीतांबरा पीठ ( Maa Pitambara Peeth ) स्थित है, जहां मां बगलामुखी को पीतांबरा रूप में पूजा जाता है। यहां महाभारत काल का वनखंडेश्वर महादेव मंदिर स्थित है, साथ ही धूमावती माता का मंदिर भी है।
कालिका माता मंदिर
राज्य के रतलाम जिले में कालिका माता मंदिर ( Kalika Mata Temple ) है, जिसे चमत्कारी माना जाता है। मान्यता है कि जब भक्त माता कालिका की प्रतिमा के सामने खड़े होते हैं तो उसके शरीर में विशेष प्रकार की ऊर्जा संचयन होने लगती है। नवरात्रि के मौके पर कालिका माता मंदिर के पास मेले का आयोजन होता है।
बिजासन माता मंदिर
इंदौर में बिजासन माता मंदिर (Bijasan Mata Temple ) है, जोकि 800 फीट ऊंचाई पर पहाड़ों पर बसा है। मंदिर के आसपास मेले का आयोजन होता है और मंदिर परिसर को दुल्हन की तरह सजाया जाता है।
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