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BHOPAL. मध्य प्रदेश सरकार ने पूर्व IAS अधिकारी शिवनारायण मिश्रा को मध्य प्रदेश प्रशासनिक इकाई पुनर्गठन आयोग का सदस्य नियुक्त किया है। मनोज श्रीवास्तव के राज्य निर्वाचन आयुक्त बनने के बाद से यह पद खाली था। एसएन मिश्रा की नियुक्ति को प्रशासनिक हलकों में पॉजिटिव तरीके से लिया जा रहा है। ऐसा माना जा रहा है कि एसएन मिश्रा का अनुभव राज्य के प्रशासनिक सुधारों में मददगार साबित हो सकता है।
आयोग के कामकाज में तेजी आने की संभावना
पूर्व आईएएस अधिकारी मिश्रा के मध्य प्रदेश प्रशासनिक इकाई पुनर्गठन आयोग का सदस्य बनने से इसके कामकाज में तेजी और सुधार आने की संभावना जताई जा रही है। बताया जा रहा है कि उनका प्रशासनिक अनुभव इस काम में मददगार साबित होगा। मनोज श्रीवास्तव के जाने के बाद से आयोग में यह पद खाली था और अब मिश्रा की नियुक्ति के बाद नए बदलाव की उम्मीद की जा रही है।
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प्रशासनिक सुधारों को लागू करना है आयोग का उद्देश्य
बता दें कि मध्य प्रदेश प्रशासनिक इकाई पुनर्गठन आयोग का उद्देश्य राज्य के प्रशासनिक सुधारों को लागू करना और प्रशासनिक ढांचे में सुधार करना है।
आयोग के कार्य और उद्देश्य
मध्यप्रदेश प्रशासनिक इकाई पुनर्गठन आयोग का उद्देश्य प्रदेश के प्रशासनिक सुधारों को लागू करना और प्रशासनिक ढांचे में सुधार करना है। अब सभी की नजर शिवनारायण मिश्रा की नियुक्ति और उसके बाद के बदलावों पर है, जो मध्य प्रदेश के प्रशासनिक सुधारों को नए आयाम दे सकते हैं।
व्यवहार कुशल और परिणाम देने वाले अधिकारी
शिवनारायण मिश्रा के प्रशासनिक कार्यकाल की यात्रा बेहद महत्वपूर्ण रही है। वह कई जिलों के कलेक्टर रह चुके हैं और साथ ही मंत्रालय में कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां निभाई हैं। इसके अलावा, उन्हें नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष के तौर पर भी महत्वपूर्ण कार्य सौंपे गए थे। शिवनारायण मिश्रा की गिनती व्यवहार कुशल और परिणाम देने वाले अधिकारियों में की जाती है। उनके नेतृत्व में किए गए कार्यों ने प्रदेश में कई क्षेत्रों में सकारात्मक परिवर्तन लाए हैं।
नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण में अनुभव
शिवनारायण मिश्रा की नियुक्ति से मध्य प्रदेश प्रशासनिक इकाई पुनर्गठन आयोग को नई दिशा मिल सकती है। उनके अनुभव का लाभ प्रदेश के प्रशासनिक सुधारों को मिलेगा, जो प्रदेश के प्रशासनिक ढांचे को और अधिक प्रभावी बना सकते हैं। नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष के तौर पर शिवनारायण मिश्रा ने नर्मदा घाटी के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके नेतृत्व में कई योजनाओं का सफलतापूर्वक क्रियान्वयन हुआ।
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