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MP News: मध्य प्रदेश के शिवपुरी से एक अनोखा मामला सामने आया जहां शनिवार को गंगा शाक्य नाम की एक महिला और आशीष पाल नाम के युवक ने साथ में प्रेस कॉन्फ्रेंस की है। दोनों ने मिलकर सिविल जज दीपू शाक्य पर गंभीर आरोप लगाए हैं। गंगा ने दावा किया कि उसके पति जज दीपू शाक्य ने उसे धोखे से तलाक दिया। वहीं आशीष ने कहा कि जज ने उसकी पत्नी को बहला-फुसलाकर अपने साथ रखा हुआ है।
महिला ने हाईकोर्ट में लगाई याचिका
गंगा शाक्य ने बताया कि उसने ग्वालियर हाईकोर्ट में याचिका दायर की है, जिसमें पति के खिलाफ जांच की मांग की गई है। वहीं, युवक आशीष पाल ने भी न्याय की गुहार लगाई है। वहीं इस मामले में जज का कहना है कि वे कानून के हिसाब से चल रहे हैं मेरी मानहानी की जा रही है मैं कोर्ट में अपना पक्ष रखूंगा।
सिविल जज बोले- आरोप निराधार, कोर्ट में रखूंगा पक्ष
जज दीपू शाक्य ने महिला के लगाए हुए आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि हमारा तलाक आपसी सहमति से हुआ है। महिला मुझ पर पैसे ऐंठने का दबाव बना रही है। मैं जज हूं कानून के हिसाब से चल रहा हूं।
युवक ने कहा- पत्नी को जज ने बहलाया
इधर युवक आशीष पाल ने बताया कि 2006 में उसने इंदौर की युवती मोनिका से प्रेम विवाह किया था और उसे पढ़ाकर सिविल जज बनाने का सपना देखा था। शादी के बाद ही उसे बीए, बीएड, एलएलबी तक की डिग्रियां दिलाईं। सिविल जज बनने के लिए उसे कोचिंग करवाई। कोचिंग के दौरान उसकी एक युवक से मुलाकात हुई। वह भी सिविल जज की तैयारी कर रहा था। इसी दौरान युवक का सिविल जज के तौर पर चयन हो गया लेकिन पत्नी फिर भी उसके संपर्क में बनी रही। और 16 अप्रैल को पत्नी दो बच्चों और 50 ग्राम सोने के गहनों के साथ घर से चली गई।
थाने में महिला ने जताई थी इच्छा से जाने की बात
वहीं युवक की पत्नी ने जाने से पहले थाने में अपनी मर्जी से घर छोड़कर जाने का आवेदन दिया था। थाना प्रभारी की अनुपस्थिति के कारण महिला का आवेदन नहीं लिया गया, जिसके बाद उसने पोस्ट के जरिए अपनी इच्छा से घर छोड़ने की सूचना थाने भेजी।
महिला ने कहा- पति ने झूठ बोलकर लिया तलाक
वहीं जज की पत्नी गंगा शाक्य ने बताया कि शादी के बाद पति के स्वभाव में बदलाव आया और वह मारपीट करने लगे। 2024 में अफीम कारोबार में नुकसान का हवाला देकर कानूनी सुरक्षा के नाम पर तलाक की बात कही। 22 जनवरी 2025 को उनका तलाक हो गया। गंगा ने कहा कि जज ने उसका भरोसा तोड़ दिया और अब उसके अधिकारों को छीनने की कोशिश हो रही है। उसे कानूनी जाल में फंसाकर तलाक दिलवाया गया और अब वह दूसरी महिला के साथ रह रहे हैं।
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जज ने कहा- महिला ने खुद याचिका लगाई
दीपू शाक्य ने बताया कि तलाक की याचिका महिला ने ही लगाई थी और पहले डेढ़ करोड़ मांगे गए थे, लेकिन 10 लाख में सेटलमेंट हुआ। कोर्ट में पक्ष रखूंगा, मीडिया के जरिए ब्लैकमेल नहीं होने दूंगा।
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