TI की प्रताड़ना से परेशान ASI ने ड्यूटी में खाया जहर, जानें क्या मामला
TI की प्रताड़ना से तंग आकर एक ASI ने जहर खाकर खुदखुशी करने की कोशिश की है। बताया जा रहा है कि एएसआई को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां पर उनका इलाज जारी है...
थाना में पदस्थ एक एएसआई राकेश बंजारा जहर खाकर खुदखुशी करने की कोशिश की हैं। बताया जा रहा है कि टीआई द्वारा प्रताड़ित किए जाने पर एएसआई ने जहर खा लिया। जिसके बाद उनकी तबीयत बिगड़ गई। आनन फानन में दूसरे पुलिसकर्मियों द्वारा उन्हें स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। एएसआई की हालात और बिगड़ने पर उन्हें जिला चिकित्सालय भेजा गया। दरअसल ये पूरा मामला मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले के कोलारस थाने का हैं। यहां से एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई।
ASI ने लगाए TI पर आरोप
कोलारस थाने में पदस्थ एएसआई राकेश बंजारा ने बताया कि थाने में पदस्थ अवतार, नरेश दीवान और दिलीप दीवान, और ने कट्टू ( गौवंश ) से भरे दो ट्रक पकड़े थे। इसमें से एक ट्रक लेनदेन कर मौके पर ही छोड़ दिया, जबकि दूसरा पकड़ लिया था। राकेश ने बताया कि उस ट्रक के खिलाफ कार्रवाई के लिए टीआई कोलारस अजय जाट (TI Kolaras Ajay Jat ) मुझ पर दबाव बना रहे थे, जबकि मेरा कहना था कि जिस मामले की मुझे जानकारी ही नहीं है, उसमे कार्रवाई कैसे कर दूं।
ASI ने क्यों खा ली चूहे मारने की दवा
ASI राकेश ने आरोप लगाया है कि थाने में लेनदेन का काम उक्त तीनों दीवान करते हैं। मुझे प्रताड़ित करके मेरे खिलाफ झूठी रिपोर्ट डाल देते हैं। मैंने अपनी समस्या से टीआई सहित एसडीओपी और एसपी को भी अवगत कराया। लेकिन, जब कहीं सुनवाई नहीं हुई तो मैंने आज परेशान होकर चूहे मारने की दवा खा ली।
ASP पहुंचे कोलारस पुलिस थाना
एडिशनल एसपी संजय मुले कोलारस पहुंचे और यहां पर पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों से बात की। इसके बाद एएसआई को कोलारस से शिवपुरी रेफर किया गया। एसपी ने कहा कि जांच की जा रही है।
FAQ
ASI राकेश बंजारा ने जहर क्यों खाया ?
एएसआई राकेश बंजारा ने टीआई अजय जाट के दबाव और प्रताड़ना के कारण जहर खा लिया। उन्हें लेनदेन के मामले में कार्रवाई करने के लिए दबाव बनाया जा रहा था, जबकि उन्होंने उस बारे में जानकारी नहीं दी थी।
क्या एएसआई ने किसी पर आरोप लगाए हैं ?
एएसआई राकेश ने अवतार, नरेश दीवान और दिलीप दीवान पर आरोप लगाया है कि वे थाने में लेनदेन का काम करते हैं और उन्हें झूठी रिपोर्ट डालने के लिए प्रताड़ित कर रहे हैं।