जबलपुर के पवित्र नर्मदा तट पर बुधवार 13 नवंबर को ऐतिहासिक श्रीराम महायंत्र रथयात्रा का भव्य स्वागत हुआ। इस यात्रा के दौरान लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह ने जनप्रतिनिधियों के साथ पिसनहारी की मढ़िया के समीप आयोजित भव्य सभा में कांची में निर्मित 180 किलो सोने से ढके श्रीराम महायंत्र की भक्तिभाव से अगवानी की। जैसे ही रथ सभा स्थल पर पहुंचा, रामभक्तों ने पुष्पवर्षा और जय श्रीराम के उद्घोष के साथ उत्साहपूर्ण स्वागत किया। इसके बाद दिव्य महायंत्र के दर्शन के लिए उमड़े श्रद्धालुओं ने भावविभोर होकर भक्ति में लीन हो गए।
संतों ने की नर्मदा आरती और महायंत्र पूजन
श्रीराम महायंत्र रथ के शहर में आगमन के बाद इसे विभिन्न स्थानों पर श्रद्धालुओं ने पुष्प वर्षा के साथ अभिवादन किया। विशेषत: गौरी घाट पर संत समाज ने नर्मदा आरती कर माहौल को धर्ममय बना दिया। आरती के पश्चात् लोक निर्माण मंत्री और संत समाज ने श्रीराम महायंत्र का विधिवत पूजन किया और श्रद्धालुओं ने महायंत्र के दर्शन कर आध्यात्मिक अनुभूति प्राप्त की।
जबलपुर में कल श्रद्धा का महासंगम, श्रीराम महायंत्र के होंगे दर्शन
तिरुपति से अयोध्या की ओर श्रीराम महायंत्र की यात्रा
तिरुपति से प्रस्थान कर रही इस रथयात्रा के बारे में जानकारी देते हुए स्वामी रामचंद्र दास महाराज ने बताया कि श्री राम महायंत्र में राम बीजाक्षर मंत्र को अभिमंत्रित कर अंकित किया गया है। महायंत्र को विशेष वैदिक अनुष्ठानों के पश्चात् अयोध्या में भगवान श्रीराम के मंदिर में स्थापित किया जाएगा। इस धार्मिक आयोजन में तिरुपति से आए संतजनों ने महायंत्र के आध्यात्मिक महत्व पर प्रकाश डाला और श्रीराम बीजाक्षर मंत्र की महिमा का बखान किया।
संस्कारधानी में उमड़ा रामभक्तों का उत्साह
सभा में उपस्थित लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह ने कहा कि भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर का निर्माण समूचे राष्ट्र के लिए गौरव की बात है। उन्होंने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का संदेश देते हुए कहा कि यह मंदिर न केवल भारत बल्कि संपूर्ण विश्व का सबसे बड़ा आध्यात्मिक केंद्र बनने जा रहा है। साथ ही उन्होंने संस्कारधानी वासियों को इस ऐतिहासिक अवसर पर सौभाग्यशाली बताया।
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