लोकायुक्त पुलिस ने भोपाल स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के पूर्व संविदा सुपरिंटेंडिंग इंजीनियर ( Superintending Engineer ) प्रदीप कुमार जैन के खिलाफ चल रही जांच में एक बड़ा खुलासा किया है। उनकी मुश्किलें अब और बढ़ गई हैं, क्योंकि जांच में नए सबूत सामने आए हैं। हाल ही में लोकायुक्त पुलिस को उनके परिवार के नाम पर 75 लाख रुपए की 25 फिक्स डिपॉजिट ( Fixed Deposits ) मिली थीं। अब जांच के दौरान नेहरू नगर स्थित बैंक के लॉकर से 1.17 करोड़ रुपए के आभूषण बरामद हुए हैं।
जांच के दौरान मिले आभूषण
लोकायुक्त पुलिस की टीम ने करीब तीन घंटे तक बैंक लॉकर की जांच की, जिसमें उन्हें 1.535 किलो सोने के जेवरात मिले। इसके अलावा, 16 लाख रुपए मूल्य के हीरे के आभूषण, 53 कैरेट रत्न, और 347.8 ग्राम चांदी के जेवर भी मिले। भोपाल लोकायुक्त के प्रभारी एसपी सूर्यकांत अवस्थी के अनुसार, जैन के लॉकर से मिले इन आभूषणों की कीमत को कुल संपत्ति में जोड़ा जाएगा।
जांच का विस्तार
बैंक लॉकर की तलाशी की कार्रवाई दो दिन पहले की गई थी। इससे पहले, 9 अगस्त को भोपाल लोकायुक्त पुलिस की टीम ने जैन के लालघाटी स्थित बंगले पर छापा मारा था। इस छापेमारी में उनके पास सात करोड़ रुपए की संपत्ति होने के प्रमाण मिले थे। टीम को अभी इस बंगले का मूल्यांकन करना बाकी है, जिसे बाद में कुल संपत्ति में शामिल किया जाएगा।
स्मार्ट सिटी इंजीनियर प्रदीप जैन की बढ़ीं मुश्किलें, 75 लाख की मिली एफडी
बीडीए रिश्वत मामला
इसी के साथ भोपाल डेवलपमेंट अथॉरिटी ( Bhopal Development Authority ) के बाबू तारकचंद दास के खिलाफ भी जांच जारी है। दास को 40 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया था। अब लोकायुक्त पुलिस उनके मोबाइल फोन की कॉल डिटेल रिकॉर्ड्स ( CDR ) निकाल रही है, जिससे ट्रैप से पहले फरियादी और दास के बीच हुई बातचीत की टाइमिंग का मिलान किया जा सके। अगर जरूरत पड़ी, तो पुलिस उनके संपर्क में रहे अन्य लोगों से भी पूछताछ कर सकती है। फिलहाल दास को सस्पेंड कर दिया गया है और उनकी प्रॉपर्टी की भी जांच की जा रही है।
वेतन और खर्च का मिलान
लोकायुक्त पुलिस अब प्रदीप कुमार जैन को नौकरी के दौरान मिले वेतन के असल दस्तावेज भी विभाग से मांग रही है। छापेमारी से पहले की गई गोपनीय जांच में यह खुलासा हुआ था कि पिछले 10 वर्षों में जैन को सरकार से लगभग 75 लाख रुपए का वेतन मिला है। लेकिन उन्होंने 2.25 करोड़ रुपए से अधिक खर्च किए हैं।