स्मार्ट सिटी के संविदा सुप्रीटेंडिंग इंजीनियर ( Smart City Superintending Engineer ) प्रदीप कुमार जैन ( Pradeep Jain ) की मुश्किलें बढ़ गई हैं। लोकायुक्त पुलिस ( Lokayukta Police ) ने जैन परिवार के सदस्यों के नाम पर 25 से अधिक फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) का पता लगाया है। इसकी कुल कीमत लगभग 75 लाख रुपए ( Fixed deposit Rs 75 lakh ) है। 11 दिन बीत जाने के बावजूद नेहरू नगर स्थित बैंक का लॉकर अभी तक नहीं खुल पाया है। क्योंकि परिवार के सदस्य की तबीयत खराब हो गई थी।
लॉकर में हो सकते हैं सोने-चांदी के जेवर - एसपी
भोपाल लोकायुक्त पुलिस ( Bhopal Lokayukta Police ) के एसपी मनु व्यास ( SP Manu Vyas ) ने कहा कि प्रदीप जैन को लॉकर खोलने के लिए एक और नोटिस जारी किया जा रहा है। लॉकर में सोने-चांदी के जेवर मिलने की संभावना है। जैन परिवार के सदस्यों के नाम की सभी एफडी ( Fixed Deposits ) को पुलिस की अनुमति के बिना तोड़ने से रोकने के लिए संबंधित बैंकों को पत्र जारी किए गए हैं। लॉकर की चाबी पुलिस ने अपने कब्जे में ले ली है। इसके साथ ही बैंक को निर्देश दिया गया है कि पुलिस की अनुमति के बिना लॉकर न खोला जाए।
अभी बंगले का मूल्यांकन करना बाकी
भोपाल लोकायुक्त टीम ने 9 अगस्त को प्रदीप जैन के लालघाटी स्थित बंगले ( Lalghati Bungalow ) पर आय से अधिक संपत्ति ( Disproportionate assets ) के आरोप में छापा मारा था। प्रारंभिक जांच में उनकी सात करोड़ रुपए की संपत्ति के सबूत मिले थे। टीम को अभी इस बंगले का मूल्यांकन करना बाकी है। इसके बाद इसकी कीमत का अनुमान लगाया जाएगा और इसे कुल संपत्ति में जोड़ा जाएगा। यह बताया गया है कि प्रदीप जैन के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति के मामले में ईओडब्ल्यू में दो बार शिकायत दर्ज की जा चुकी है।
रजिस्ट्रार दफ्तर से मांगी गई प्रॉपर्टी रजिस्ट्री की कॉपी
लोकायुक्त पुलिस के डीएसपी वीरेंद्र सिंह ( DSP Virendra Singh ) के नेतृत्व में छापेमारी की गई थी। अब इंस्पेक्टर घनश्याम मर्सकोले ( Ghanshyam Marskole ) को मामले की आगे की जांच सौंपी गई है। मंगलवार को केस डायरी उन्हें सौंप दी गई है। टीम प्रदीप जैन की सरकारी नौकरी के दौरान मिली तनख्वाह के असल दस्तावेज विभाग से ले रही है। रजिस्ट्रार दफ्तर से उनकी प्रॉपर्टी की रजिस्ट्री ( Property Registration ) की कॉपी भी मांगी गई है।