कहते हैं कि अपराध कितना भी शातिर क्यों न हो, कानून के हाथ से नहीं बच सकता। ऐसा ही कुछ राजस्थान के एक शातिर तस्कर के साथ हुआ, जो पिछले पांच सालों से पुलिस को चकमा देता रहा। वह कई राज्यों की पुलिस को लगातार छका रहा था, लेकिन आखिरकार कानून ने उसे अपनी गिरफ्त में ले लिया।
चार राज्यों की पुलिस कर रही थी तलाश
राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र की पुलिस के लिए सिरदर्द बना यह तस्कर भोपाल में हलवाई बनकर अपनी पहचान छुपाए हुए था। दिन-रात जलेबियां तलते हुए उसने अपने अपराधी चेहरे को ढके रखा था। पांच सालों से वह भोपाल में 'हलवाई' के रूप में पहचान बना चुका था और उसे देखकर कोई अंदाजा भी नहीं लगा सकता था कि यह व्यक्ति मादक पदार्थ तस्करी का आरोपी है।
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भोपाल में जलेबी तलते मिला मोस्ट वांटेड
कालूराम उर्फ केडी की शातिराना चालें उसे अब तक पुलिस के हाथों से बचाती आई थीं। वह पूरी तरह से सतर्क था और इसीलिए उसने किसी से संपर्क नहीं रखा। न तो उसके पास कोई फोन था, और न ही वह अपने घरवालों के संपर्क में था। उसकी चुप्पी और गुमनामी ने पुलिस को मुश्किल में डाल रखा था। लेकिन एक गुप्त सूचना के जरिए पुलिस को उसके बारे में जानकारी मिली कि वह भोपाल में हलवाई बनकर रह रहा है और जलेबियां तल रहा है।
ड्रग तस्कर से हलवाई बनने की कहानी
डांगियावास थाना पुलिस के थानाधिकारी मनोज कुमार ने बताया कि साल 2019 में कालूराम जाट उर्फ केडी के खिलाफ मामला दर्ज हुआ था। राजस्थान के सालवा कला गांव के केरली नाडी का रहने वाला यह आरोपी मादक पदार्थों की तस्करी, अवैध हथियार रखने और राजकार्य में बाधा डालने जैसे गंभीर अपराधों में लिप्त था। उस पर जानलेवा हमला करने का भी आरोप था। पुलिस के डर से केडी ने अपनी पहचान बदल ली और भोपाल में एक हलवाई के रूप में दुकान चलाने लगा।
शातिर अपराधी को ऐसे दबोचा गया
आरोपी इतना चालाक था कि पुलिस से बचने के लिए उसने फोन का इस्तेमाल करना भी बंद कर दिया और अपने घरवालों से भी कोई संपर्क नहीं रखा। पुलिस को जानकारी मिली कि वह भोपाल में हलवाई बनकर काम कर रहा है। इसी सूचना के आधार पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए उसे गिरफ्तार कर लिया।
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