मध्य प्रदेश विधानसभा में चल रही भर्ती प्रक्रिया पर विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ( Narendra Singh Tomar ) ने रोक लगा दी है। बताया जा रहा है कि भर्ती प्रक्रिया में मिली गड़बड़ी के चलते अध्यक्ष तोमर ने यह फैसला लिया है। बता दें कि विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष गिरीश गौतम के कार्यकाल में ये भर्तियां निकाली गई थीं, जिसे वर्तमान में विधानसभा अध्यक्ष तोमर ने निरस्त कर दिया है।
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21 पदों पर निकाली गई थीं भर्तियां
मध्य प्रदेश विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष गिरीश गौतम ( Girish Gautam ) के कार्यकाल में सचिवालय ने स्टेनो टाइपिस्ट ( Stenographer ), शीघ्रलेखक, सहायक ग्रेड तीन, समिति सहायक जैसे 21 पदों को भरने के लिए आदेश जारी किया था। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो इस भर्ती प्रक्रिया में ईडब्ल्यूएस आरक्षण समेत कई और मुद्दों को नजरअंदाज किया गया था। माना जा रहा है कि इसी के चलते विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने इस भर्ती प्रक्रिया को तुरंत निरस्त कर दिया है।
नए सिरे से शुरू होगी भर्ती प्रक्रिया
जानकारी के मुताबिक, विधानसभा अध्यक्ष तोमर ने इस पदों पर नियुक्तियों को एक आदेश जारी किया है जिसमेें सभी 21 पदों पर नए सिरे से भर्ती की प्रक्रिया को शुरू करने को कहा गया है। विधानसभा ने 27 जून 2023 को इन पदों पर विज्ञापन जारी किया था जिसमें देशभर के कई बेरोजगारों ने आवेदन किया था। दावा है कि आवेदन आने के बाद भी विधानसभा सचिवालय समय पर भर्ती प्रक्रिया पूरी नहीं करा पाया। इसके बाद विधानसभा और फिर लोकसभा चुनाव के चलते भर्ती प्रक्रिया की गाड़ी रुक गई। वहीं, अब विधानसभा अध्यक्ष तोमर के आदेश पर ईडब्ल्यूएस आरक्षण और अन्य आरक्षण नियमों का पालन करते हुए नए सिरे से भर्ती की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
आपको बता दें कि इसमें स्टेनो टाइपिस्ट के 2, शीघ्रलेखक के 1, सहायक ग्रेड तीन के 8, समिति सहायक के 9 और सुपरवाइजर विधायक विश्राम गृह के 1 पद पर भर्ती निकाली गई थी।
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