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नील तिवारी, JABALPUR. जबलपुर में शनिवार, 18 मई की दोपहर में वकीलों की सबसे बड़ी संस्था मध्य प्रदेश स्टेट बार काउंसिल में हंगामे की स्थिति बन गई। दरअसल मध्य प्रदेश राज्य अधिवक्ता परिषद में शनिवार को एक बैठक होनी थी, सूत्रों के अनुसार इस बैठक में वर्तमान अध्यक्ष के प्रति विरोध दर्ज कर उन्हें हटाने की कवायद की जानी थी। बैठक में शामिल होने के लिए जब सदस्य कार्यालय पहुंचे तो मीटिंग हॉल में ताला लगा हुआ था।
स्टेट बार के वाइस चेयरमैन आरके सैनी ने बताया कि आज हो रही बैठक के लिए सभी सदस्य कार्यालय पहुंच चुके थे पर मीटिंग हॉल में ताला लगा हुआ था। इसका कारण यह था कि वर्तमान अध्यक्ष ( State Bar President ) प्रेम सिंह भदौरिया ( Prem Singh Bhadauria ) को इस बात की जानकारी लग गई थी कि आज उनके विरुद्ध प्रस्ताव पारित कर नए अध्यक्ष की नियुक्ति की जानी है। इस बैठक का कार्यक्रम पहले से ही तय था, उसके बाद भी उन्होंने बैठक न होने देने हॉल में ताला लगा दिया। हालांकि, सदस्यों के विरोध के बाद कार्यालय का ताला खोल दिया गया है और अब स्टेट बार काउंसिल की मीटिंग की जा रही है।
सदस्यों के हंगामे के बाद आखिरकार मीटिंग हॉल को खोला गया और बैठक संपन्न हुई। इस बैठक में वर्तमान अध्यक्ष प्रेम सिंह भदौरिया के खिलाफ प्रस्ताव पारित किया गया। स्टेट बार काउंसिल के 25 में से 19 सदस्यों ने अध्यक्ष के विरुद्ध इस प्रस्ताव का समर्थन किया। अब स्टेट बार काउंसिल की अगली बैठक में इस पर निर्णय लिया जाएगा पर बहुमत के अनुसार अधिवक्ता भदौरिया का अध्यक्ष पद से अलग होना तो लगभग तय हो चुका है।
मार्च 2023 में सामान्य सभा की बैठक में अधिवक्ता भदौरिया ने विवेक सिंह के सामने अपना बहुमत सिद्ध किया था और अध्यक्ष बने थे। विवेक सिंह का कार्यकाल भी काफी कम रहा था, वह चार दिसंबर 2022 में अध्यक्ष पद के लिए चुने गए थे। जब वकील 25 पुराने प्रकरण तीन माह की समय सीमा में निराकरण की बाध्यता के विरुद्ध आंदोलन कर रहे हैं। उसी समय विवेक सिंह को अपना पद गंवाना पड़ा था। अब अगर प्रेम सिंह भदौरिया की जगह नए अध्यक्ष नियुक्त होते हैं तो पिछले 3 सालों में वह एमपी स्टेट बार कौंसिल के तीसरे अध्यक्ष होंगे।