रविकांत दीक्षित @ BHOPAL. मध्य प्रदेश के चर्चित व्यापमं ( Vyapam ) मामले के व्हिसल ब्लोअर डॉ.आनंद राय ( whistle blower Dr Anand Rai ) एक बार फिर सुर्खियों में हैं। उन्होंने सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं। अपने ऑफिशियल एक्स अकाउंट पर एक पोस्ट शेयर कर डॉ.राय ने स्पेशल टास्क फोर्स ( एसटीएफ ) को कठघरे में खड़ा में किया है। दरसअल, डॉ.आनंद राय को एसटीएफ (STF ) ने एक मामले में बयान के लिए बुलाया है। डॉ.राय ने इसी पर सवाल उठाए हैं। 'द सूत्र' से बातचीत में उन्होंने कहा कि सरकार ने शिकायत के 12 साल बाद मुझे बयान के लिए बुलाया है। क्या अब सबूत बचे होंगे। क्या मामले की कॉल डिटेल्स होगी। ये तो मात्र पांच वर्ष में सर्वर से डिलीट कर दी जाती है।
व्यापमं को कर दिया गया दफन
डॉ.राय ने आरोप लगाया कि व्यावसायिक परीक्षा मंडल यानी व्यापमं को दफन किए गए सालों गुजर गए हैं, अब केवल मजार पर फूल अर्पण करने बुला रहे हैं। डॉ.राय ने कहा कि वर्ष 2013 में मैंने एक शिकायत की थी। उस समय तो हमने कई शिकायतें की थी। अब एसटीएफ ने एक शिकायत पर मुझे बयान के लिए बुलाया है। मुझे यह जानकारी नहीं दी गई है कि यह बयान किस मामले में लिए जाने हैं।
व्हाट्सऐप पर भेजी चिट्ठी
द सूत्र से बातचीत में डॉ.राय ने बताया कि मुझे पांच दिन पहले व्हाट्सऐप पर एसटीएफ की ओर से पत्र मिला है। उन्होंने हैरानी जताते हुए कहा कि शिकायत के 12—13 साल बाद कौन सी जांच शुरू होती है। इतने वर्षों में तो सारे सबूत ही नष्ट हो जाते हैं। इतनी धीमी रफ्तार से यदि जांच की जाएगी तो लोगों को सजा कब होगी? यह बड़ा सवाल है। हमें कैसे ध्यान होगा कि एक दशक पहले क्या शिकायत की थी, इससे सब समझ में आता है।
मैंने शिकायत की कॉपी मांगी है
'द सूत्र' ने जब उनसे पूछा कि क्या आप बयान देने के लिए भोपाल आएंगे? इसके जवाब में डॉ.आनंद राय ने कहा, नहीं...अभी तो मैंने उनसे डिटेल मांगी है। जांच अधिकारियों से पूछा है कि मुझे उस शिकायत की कॉपी भेजिए। हालांकि अभी तक मुझे उस शिकायत की कॉपी नहीं भेजी गई है। कॉपी आने पर ही मेरी ओर से कोई प्रतिक्रिया दी जाएगी।
क्या है पूरा मामला...समझिए
मामला भी समझ लीजिए। क्या है कि एसटीएफ थाना, भोपाल की ओर से डॉ.आनंद राय को नोटिस दिया गया है। इसमें डॉ.राय को संबोधित करते हुए लिखा है कि 'आपके द्वारा अनावेदक डॉ.जगदीश सागर के विरुद्ध प्रस्तुत शिकायत की जांच थाना एसटीएफ, भारत माता चौराहा भदभदा रोड, भोपाल पर की जा रही है। उक्त शिकायत में आपके कथन अंकित किए जाना है। आप पत्र प्राप्ति के एक सप्ताह के अन्दर उपलब्ध साक्ष्य के साथ कथन के लिए एसटीएफ थाना पहुंचें। मामले को और गहराई से समझने के लिए द सूत्र ने एसटीएफ इंस्पेक्टर राधेश्याम पटेल से संपर्क किया। उन्होंने बताया कि व्यापमं मामले में सीबीआई क्लोजर रिपोर्ट लगा चुकी है। कुछ शिकायतें पेंडिंग थी, उसी के लिए डॉ.राय को नोटिस भेजा है।
कौन हैं डॉ.आनंद राय ?
डॉ.आनंद राय मूलत: इंदौर के रहने वाले हैं। व्यापमं घोटाले से लेकर अब तक उनका नाम चर्चा में रहा है। राज्य सरकार ने बीते वर्ष डॉ.राय को बर्खास्त कर दिया था। वे तब इंदौर के हुकुमचंद अस्पताल में पदस्थ थे। पहले उन्हें अस्पताल में ड्यूटी में लापरवाही के मामले में निलंबित किया गया था। इसी के साथ उन्हें क्षेत्रीय स्वास्थ्य संचालक ऑफिस, रीवा में अटैच किया गया। निलंबन के बाद डॉ.राय ने रीजनल डायरेक्टर हेल्थ रीवा में ज्वाइन नहीं किया था। इसके बाद मंत्रालय से जारी आदेश में डॉ. राय पर आठ आरोपों का जिक्र किया गया। आखिर में उन्हें सेवा से बर्खास्त कर दिया गया था।
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