Swami raghav : देवाचार्य को मिली जान से मारने की धमकी, टिप्पणी से भड़का विवाद, पुलिस जांच में जुटी
स्वामी राघव देवाचार्य ने इस मामले में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से हस्तक्षेप करने की अपील की है। उन्होंने कहा पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज किया, जो प्रशासन की लापरवाही को दर्शाता है।
MP News : दिगंबर अखाड़े के जगद्गुरु स्वामी राघव देवाचार्य को सोशल मीडिया पर गंभीर जान से मारने की धमकी दी गई है। धमकी में उन्हें सिर तन से जुदा करने की बात भी कही गई है। इस संबंध में उन्होंने मदनमहल थाना पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है और दोषियों के विरुद्ध शीघ्र और कठोर कार्रवाई की मांग की है।
स्वामी राघव देवाचार्य ने इस मामले में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से हस्तक्षेप करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि उन्होंने स्पष्ट रूप से आरोपी का नाम बताकर शिकायत की थी, बावजूद इसके पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज किया, जो प्रशासन की लापरवाही को दर्शाता है।
आपत्तिजनक पोस्ट बना विवाद की जड़
मामले की शुरुआत 8 अप्रैल को तब हुई जब हनुमानताल क्षेत्र के निवासी अब्दुल मजीद ने सोशल मीडिया पर बूढ़ी माता के संबंध में आपत्तिजनक टिप्पणी पोस्ट की। इस टिप्पणी से संत समाज में रोष फैल गया। अगले दिन, ९ अप्रैल को, संतों के नेतृत्व में थाना परिसर के बाहर विरोध प्रदर्शन भी किया गया।
भगवान पर अभद्र टिप्पणी असहनीय: स्वामी राघव देवाचार्य
जगद्गुरु स्वामी राघव देवाचार्य ने एक धार्मिक टिप्पणी को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि उनके ईश्वर या धर्म के विरुद्ध किसी प्रकार की अपमानजनक भाषा बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने तीखी आलोचना करते हुए स्पष्ट किया कि धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँचाने वाले किसी भी व्यक्ति को छोड़ा नहीं जाएगा। इसी मामले में पुलिस ने 11अप्रैल को आरोपी अब्दुल मजीद को गिरफ्तार कर लिया है और उस पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून ( रासुका ) के अंतर्गत कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
स्वामी देवाचार्य ने जानकारी दी कि 13 अप्रैल को उन्हें सोशल मीडिया के माध्यम से च्च्सिर तन से जुदाज्ज् जैसे गंभीर शब्दों में धमकियां मिलीं। उन्होंने दावा किया कि ये धमकियाँ उन्हें अपने धर्म के पक्ष में खड़े होने की वजह से दी गई हैं।
स्वामी जी को मिली धमकियों के विरोध में हिंदू संगठनों में खासा गुस्सा है। हिंदू सेवा परिषद के अध्यक्ष अतुल जैसवानी ने सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि यदि 24 घंटों में आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होती, तो व्यापक विरोध-प्रदर्शन की शुरुआत की जाएगी।
पहले भी दी जा चुकी है सुरक्षा की मांग
स्वामी राघव देवाचार्य ने 10 जनवरी 2024 को मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर अपनी और अनुयायियों की सुरक्षा की मांग की थी। पत्र में उन्होंने उल्लेख किया था कि पहले भी उन्हें जान से मारने की धमकियाँ मिल चुकी हैं, लेकिन शासन-प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।
पुलिस जांच में जुटी, साइबर सेल सक्रिय
सीएसपी रितेश शिव ने बताया कि मदनमहल थाने में मामला दर्ज कर लिया गया है और साइबर विशेषज्ञों की टीम आरोपियों की पहचान और ठोस सबूत जुटाने में लगी हुई है। जल्द ही गिरफ्तारी की जाएगी।
पूर्व में भी हो चुके हैं हमले
यह कोई पहली बार नहीं है जब स्वामी राघव देवाचार्य को निशाना बनाया गया हो। मार्च 2018 में उनके निवास के बाहर विस्फोटक सामग्री फेंकी गई थी, जबकि 2020 में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के दौरे के दौरान उनके काफिले पर पथराव हुआ था। इन घटनाओं के बाद भी उन्होंने प्रशासन से सुरक्षा की मांग की थी।
आपत्तिजनक पोस्ट करने वाले आरोपी अब्दुल मजीद को जबलपुर पुलिस ने हिरासत में लेकर अदालत में पेश किया, जहाँ से उसे जेल भेज दिया गया है। प्रशासन द्वारा उस पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई की जा रही है।