MP News : मध्यप्रदेश के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती के लिए 20 अप्रैल से शिक्षक भर्ती की परीक्षा होना है। आवेदकों के पास अब केवल दस दिन का ही समय शेष रह गया है ऐसे में किसी भी तरह के नए सब्जेक्ट पढ़ने से आपको खामियाजा भुगतना पड़ सकता है। इसलिए अब आवेदकों के पास केवल रिवीजन का ही समय बचा है। एक्सपर्ट की मानें तो केवल सिलेबस पर फोकस करना जरूरी है।
ये खबर भी पढ़ें : MPESB Shikshak Bharti : MPESB शिक्षक भर्ती परीक्षा की तारीख घोषित, देखें शेड्यूल
एग्जाम से जुड़ी खास जानकारी
-जो भी कैंडिडेट्स जिस भी विषय के शिक्षक बनना चाहते हैं वो उसी विषय की परीक्षा देंगे।
-परीक्षा केन्द्र पर निर्धारित समय से एक घंटा पहले पहुंचना है जरूरी
-परीक्षा दो शिफ्ट में होगी। पहला समय :- सुबह 9 से 11 और दूसरा :- दोपहर 3 से
5 बजे तक का रहेगा।
-शिक्षक भर्ती परीक्षा सब्जेक्ट वाइस होगी।
-एक ही दिन में दो शिफ्ट में पेपर होंगे।
-पेपर कुल 100 नबंर होगा।
ये खबर भी पढ़ें : Shikshak Bharti से जुड़े 3 जरूरी मामलों में हाईकोर्ट ने दिए आदेश, जानें मामले और बदलाव..!
13 शहरों में होंगे परीक्षा केन्द्र
व्यापम 20 अप्रैल 2025 से भर्ती परीक्षा आयोजित करने जा रहा है। इसके पहले यह परीक्षा 15 अप्रैल को होनी थी, लेकिन इसे पांच दिन आगे बढ़ा दिया गया है। इंदौर, भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर सहित 13 शहरों में इसके परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। ये परीक्षा केवल वे ही अभ्यर्थी दे सकेंगे जिन्होंने साल 2023 में शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) पास कर ली हो।
ये खबर भी पढ़ें : MP Atithi Shikshak | अतिथियों को निराश कर गया 2024, टूट गई नियमितीकरण की उम्मीद !
क्या कहते है एक्सपर्ट :-
व्यापम ने जारी नहीं किया है डेटा
एक्सपर्ट सत्येन्द्र सिंह ठाकुर ने द सूत्र से चर्चा में बताया, व्यापम ने फिलहाल डेटा लिस्ट जारी नहीं की हैं, जिसमें ये मालूम हो सकेगा कि कौनसे सब्जेक्ट के कितने बच्चे एग्जाम देंगे। इंदौर से कितने बच्चे परीक्षा देने वाले हैं इसका डेटा अभी व्यापम ने जारी नहीं किया है।
ये खबर भी पढ़ें : Sarkari Naukri : UPPSC सहित इन सरकारी विभागों में निकली भर्ती, जानें कैसे करें आवेदन
ऑनलाइन होती है एग्जाम
-शिक्षक शिवा श्रीवास्तव ने कहा, 10,756 पदों के लिए होने वाली यह शिक्षक भर्ती परीक्षा ऑनलाइन होती है और इसमें काफी टफ कॉम्पटीशन रहता है। हजारों बच्चे इस परीक्षा के लिए अप्लाई करते हैं। ऐसे में सभी का एक साथ एग्जाम देना संभव नहीं हो पाता है। इसलिए अलग-अलग शिफ्ट में परीक्षा होती है और सभी कैंडिडेट्स के लिए अलग-अलग एग्जाम की डेट जारी होती है।