MPCA में सिंधिया परिवार से तीसरी पीढ़ी महानआर्यमन के साथ, समर्थक गोविंद, प्रद्युम्न, तुलसी के पुत्रों की एंट्री

एमपीसीए में सिंधिया परिवार की तीसरी पीढ़ी, महानआर्यमन सिंधिया की इंट्री ने विशेष ध्यान आकर्षित किया है। इस एंट्री के साथ सिंधिया समर्थक नेताओं और मंत्रियों के पुत्रों की भी एंट्री हो गई है...वो कैसे चलिए बताते हैं...

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Sanjay Gupta
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मप्र क्रिकेट एसोसिएशन (एमपीसीए) में सिंधिया परिवार की तीसरी पीढ़ी के तौर पर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के पुत्र महानआर्यमन सिंधिया की एंट्री हो गई है। इसके पहले उनके दादा स्वर्गीय माधवराव सिंधिया एमपीसीए के प्रेसिडेंट बने थे। इससे सिंधिया समर्थक खासे उत्साहित हैं, लेकिन इसके साथ एक और खास घटना हुई है। युवा महानआर्यमन के साथ सिंधिया समर्थक नेता, मंत्रियों के पुत्रों की भी एंट्री हो गई है। यानी नेतानगरी में भी पट्ठावाद की तीसरी पीढ़ी सक्रिय हो गई।

पहले माधवराव, ज्योति के साथ जुड़े नेता, अब पुत्रों को जोड़ रहे

मंत्री तुलसी सिलावट और पुत्र चिंटू

मंत्री सिलावट शुरू से ही माधवराव सिंधिया के साथ जुड़े रहे और उन्हीं के चलते 1985 में पहली बार कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा और जीते। उनके निधन के बाद वह उनके पुत्र ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ जुड़े और वफादार रहे, यहां तक उनके कहने पर कमलनाथ सरकार गिराई और बीजेपी में चले गए और फिर मंत्री बने। अब जब सिंधिया की तीसरी पीढ़ी महानआर्यमन आए तो उनके पुत्र नीतीश उर्फ चिंटू सिलावट उनके साथ जुड़ गए हैं। इंदौर में जब भी महानआर्यमन आते हैं तो वह छाया की तरह उनके साथ रहते हैं। एजीएम के दौरान भी दो सितंबर वह पूरी व्यवस्थाएं बनाने में जुटे रहे। यानी पट्ठावाद की दूसरी पीढ़ी सक्रिय हो गई है। जो अपने पिता की विरासत पर आगे बढ़ रही है।

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मंत्री प्रद्युम्न तोमर और बेटा रिपुदमन सिंह

मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य के एकदम खास हैं, हालत यह है कि जब नई मोहन सरकार में वह मंत्री बने और पहली बार सिंधिया से हवाईपट्टी पर मिले तो वहीं एकदम चरणों में बैठकर पैर छूए। एक यात्रा में निकले तो स्वर्गीय माधवराव सिंधिया की मूर्ति देखकर उन्हें साफ करने लगे। तोमर 1996 में युवक कांग्रेस में आए थे और वह माधवराव सिंधिया से जुड़े हुए थे। उनके निधन के बाद वह ज्योतिरादित्य के साथ हो गए और अब जब महानआर्यमन सक्रिय हुए तो उनके पुत्र रिपुदमन सिंह तोमर शुरू से साए की तरह उनके साथ हैं। जब इंदौर में दो सितंबर को एजीएम हुई तो वह दिन भर साथ थे, यहां तक इंदौर में उन्होंने दो सौ से ज्यादा पोस्टर लगा दिए और इसमें लिखा था क्रिकेट का युवा दौर, निवेदन रिपुदमन सिंह तोमर (सागर भैया मित्रमंडल)। रिपुदमन को सागर भाई भी कहते हैं। यानी यहां भी पट्ठावाद की दूसरी पीढ़ी सक्रिय हो गई है।

मंत्री गोविंद सिंह राजपूत और बेटा आकाश राजपूत

इसी तरह एक और खास हैं मंत्री गोविंद सिंह राजपूत। मोहन सरकार में मंत्री हैं, लेकिन यह पहले स्वर्गीय माधवराव सिंधिया के साथ थे। जब सिंधिया ने कांग्रेस छोड़कर अलग पार्टी बनाई और वह सागर में रैली करने गए तब गोविंद सिंह राजपूत उनके करीब आए और फिर एकदम खास हो गए। उनके निधन के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ जुड़ गए और कांग्रेस की कमलनाथ सरकार गिराने में भी उनके साथ रहे। इसके बाद महानआर्यमन की एंट्री के साथ उनका बेटा आकाश राजपूत भी जुड़ गया है। यहां भी पिता के पट्ठावाद की दूसरी पीढ़ी सक्रिय हो चुकी है।

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कैलाश विजयवर्गीय, ज्योति के भी विरोधी थे, अब पुत्र जुड़े

मंत्री कैलाश विजयवर्गीय और कभी कांग्रेस में रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीच में काफी तीखी तकरार रही और दो बार दोनों एमपीसीए चुनाव में आमने-सामने रहे हालांकि दोनों बार कैलाश हारे। लेकिन बीजेपी में आने के बाद दोनों के बीच की दोस्ती पारिवारिक होती जा रही है। सिंधिया उनके यहां परिवार के साथ भोजन करने भी गए और तब महानआर्यमन को कैलाश विजयवर्गीय के पैर छूने के लिए भी कहा था।

इसके बाद मंत्री पुत्र और पूर्व विधायक आकाश विजयवर्गीय की लगातार महानआर्यमन के साथ दोस्ती बढ़ी है। एमपीसीए के अवार्ड सेरेमनी में वह पहुंचे और उनका स्वागत किया तो जब एजीएम में वह प्रेसिडेंट बने तो आकाश गए और गले लगे, साथ ही शाही पगड़ी पहनाई और बधाई दी। यह महानआर्यमन और आकाश की जोड़ी भी खासी चर्चा में है।

इमरती देवी और महेंद्र सिंह सिसोदिया की यह भूमिका

सिंधिया के करीबी लोगों की बात करें तो इसमें इमरती देवी और महेंद्र सिंह सिसोदिया के बिना बात अधूरी है। सिसोदिया तो माधवराव सिंधिया के सांसद प्रतिनिधि रहे हैं और फिर बाद में वह विधायक, मंत्री बने। इन्होंने भी ज्योतिरादित्य सिंधिया कहने पर कमलनाथ सरकार गिराई थी। हालांकि सिसोदिया इस बार का चुनाव हार गए। लेकिन वह ज्योतिरादित्य सिंधिया के करीबी हैं और महानआर्यमन के पद संभालने पर खासे खुश हुए। उधर इमरती देवी एकदम खासमखास हैं, वह सिंधिया के लिए एक शब्द भी गलत नहीं सुन सकती हैं। महानआर्यमन के प्रेसिडेंट पद संभालने की बात आई तो बधाई देने वह खुद इंदौर आ गई।

पटवारी ने लगाया परिवारवाद का आरोप, सिंधिया का जवाब

उधर महानआर्यमन के पद संभालने के बाद समर्थकों द्वारा जश्न मनाने और बधाई देने का तांता लगा हुआ है। वहीं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने तंज कसा और लिखा कि- मध्यप्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के पुत्र महानआर्यमन का नेतृत्व पक्का हो गया है! ये आमद @narendramodi जी के वंशवाद विरोध के बावजूद हुई है! क्या @BJP4India बताएगी परिवारवाद कौन फैला रहा है? इसके साथ ही पटवारी ने एक पोस्टर जारी किया जिसमें विविध बीजेपी नेताओं द्वारा क्रिकेट संघों में पीढ़ी दर पीढ़ी पद संभालने का हिसाब लिखा है। वहीं इस मामले में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने व्यंग्य करते हुए कहा “उनका स्वागत है। कांग्रेस का यही चरित्र है, जो परिवारवाद और स्तरहीन राजनीति पर टिका हुआ है। सिंधिया ने कांग्रेस को चरित्रहीन और स्तरहीन पार्टी करार दिया।

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