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यूनिसेफ युवाह (UNICEF YuWaah) और ग्रामीण विकास मंत्रालय (MoRD) ने मिलकर महिलाओं और युवाओं के लिए डिजिटल और उद्यमशीलता (Entrepreneurship) के नए अवसरों से सशक्त बनाने की पहल शुरू की है। इस पायलट प्रोजेक्ट की शुरुआत झारखंड, ओडिशा, राजस्थान, मध्य प्रदेश और आंध्र प्रदेश में की गई है।
इस पहल का उद्देश्य स्वरोजगार, कौशल विकास और आर्थिक स्वतंत्रता को बढ़ावा देना है। यह पहल युवाओं और महिलाओं को डिजिटल प्लेटफॉर्म, ट्रेनिंग और वित्तीय सहायता जैसी सुविधाएं देगी। इसमें युवा हब, लखपति दीदी, कंप्यूटर दीदी केंद्र जैसी योजनाएं शामिल हैं, जो ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती देंगी।
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UNICEF YuWaah पहल का उद्देश्य
इस पहल का मुख्य उद्देश्य 18 से 29 वर्ष की महिलाओं और युवाओं को स्थानीय स्तर पर रोजगार और उद्यमशीलता के अवसर देना है। इसके जरिए उन्हें डिजिटल कौशल, वित्तीय सहायता और अन्य जरूरी सुविधाएं मिलेंगी, जिससे वे आत्मनिर्भर बन सकें। ग्रामीण विकास मंत्रालय के टीके अनिल कुमार ने इस पहल को बजट 2025-26 के ग्रामीण समृद्धि और लचीलापन कार्यक्रम के अनुरूप बताया।
यह साझेदारी महिलाओं और युवाओं को कौशल, आर्थिक और सामाजिक अवसरों से जोड़कर उन्हें सशक्त बनाने का उद्देश्य रखती है। मंत्रालय ने एक बयान में बताया कि इसके लिए स्टेटमेंट ऑफ इंटेंट (SOI) साइन किया गया है। तीन साल की इस साझेदारी के तहत, UNICEF YuWaah और MoRD राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर चल रही पहलों पर काम करेंगे। इस प्रयास का मुख्य उद्देश्य कौशल विकास, आर्थिक अवसरों, और सामाजिक प्रभाव के लिए समाधान प्रदान करना है, जिसमें विशेष ध्यान कमजोर वर्गों पर दिया जाएगा।
कैसे होगा बदलाव
- युवा हब: यह एक डिजिटल प्लेटफॉर्म होगा, जो नौकरियों, कौशल प्रशिक्षण, और स्वयंसेवा के अवसर देगा।
- लखपति दीदी: इसके तहत 2 हजार 5 सौ महिला उद्यमियों को तैयार किया जाएगा। यदि यह सफल रहा, तो इसे 30 लाख महिलाओं तक विस्तारित किया जाएगा।
- कंप्यूटर दीदी केंद्र: पंचायत स्तर पर महिलाओं द्वारा संचालित सौ डिजिटल केंद्र स्थापित किए जाएंगे, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में तकनीकी शिक्षा और डिजिटल सेवाएं सुलभ होंगी।
- डिजिटल गर्ल्स हब (DGH): यह पहल युवा महिलाओं को डिजिटल कौशल और रोजगार के अवसर देने पर केंद्रित होगी।
- दीदी की दुकान: 250 खुदरा स्टोर खोले जाएंगे, जो स्थानीय उत्पादकों को बड़े बाजारों तक पहुंचाने में मदद करेंगे।
- सामुदायिक प्रबंधन प्रशिक्षण केंद्र (CMTC): ये केंद्र ग्रामीण युवाओं के लिए आवासीय प्रशिक्षण प्रदान करेंगे, जिससे वे नए कौशल सीखकर रोजगार प्राप्त कर सकें।
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महिलाओं और युवाओं को आर्थिक स्वतंत्रता
बता दें कि, यूनिसेफ युवाह की उप-प्रतिनिधि (deputy representative) शारदा थपलिया के मुताबिक, यह पहल स्थानीय अर्थव्यवस्थाओं में बड़ा बदलाव लाएगी।डिजिटल बुनियादी इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करना, कौशल विकास और उद्यमशीलता को बढ़ावा देने से महिलाओं और युवाओं को स्थायी आजीविका और आर्थिक स्वतंत्रता मिलेगी, जिससे वे समुदाय के विकास में योगदान कर सकेंगे।
UNICEF YuWaah के बारे में
UNICEF YuWaah को जनरेशन अनलिमिटेड (GenU) के इंडिया चैप्टर के तौर पर 2019 में लॉन्च किया गया था। इसका मुख्य उद्देश्य:
- सौ मिलियन युवाओं को आर्थिक अवसरों से जोड़ना।
- 2 सौ मिलियन युवाओं को कौशल विकास के जरिए आत्मनिर्भर बनाना।
- 3 सौ मिलियन युवाओं को लीडरशिप और सामाजिक परिवर्तन का हिस्सा बनाना।
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सरकार और संगठनों का समर्थन
यह पहल भारत सरकार, यूनिसेफ और अन्य संगठनों का समर्थन प्राप्त है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और महिला और बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने भी इस पहल की सराहना की है। यूनिसेफ युवाह और ग्रामीण विकास मंत्रालय की यह साझेदारी महिलाओं और युवाओं के लिए नए अवसरों का द्वार खोलने जा रही है। यह डिजिटल सशक्तिकरण, उद्यमशीलता और कौशल विकास के माध्यम से भारत में सतत विकास और आर्थिक प्रगति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
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